राष्ट्रीय स्तर पर अस्थिसंचयन करेंगे स्वामी राजेश्वरानंद, जानिए…

सुमित यशकल्याण।

दिल्ली। आध्यात्मिक ज्ञान के साथ जनकल्याणकारी कार्यो में रत श्रीराजमाता झंडेवाला मन्दिर के परमाध्यक्ष स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा देश के विभिन्न श्मशान घाटों पर धूल धूसरित हो रहे अनजान मृतकों के अस्थि अवशेषों (फूलों) को राष्ट्रीय स्तर पर इकट्ठा करके गंगाविसर्जन करने का संकल्प लिया गया है।

संस्थान के सहप्रबन्धक रामवोहरा ने बताया कि कोरोना काल मे अनेक कोरोना संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार के साथ दिल्ली के अनेक श्मशान घाटों पर पड़े भूले-बिसरे हज़ारों कोरोना व साधारण मृतकों के अस्थि अवशेषो (फूलों) को स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा श्रीराजमाता जी मन्दिर में लाकर उनका सनातन धर्म की विधिनुसार गंगा विसर्जन किया गया है। अब स्वामीजी द्वारा संकल्प लिया गया है कि दिल्ली के बाद पूरे उत्तर भारत के किसी भी श्मशान घाट पर अगर किसी मृतक के अस्थि अवशेष (फूल) गंगा विसर्जन की प्रतीक्षा में पड़े हुए हैं, जिनके परिजन विभिन्न कारणों से इन अस्थि अवशेषो को गंगा विसर्जन के लिए ले जाने में असमर्थ रहे हैं तो उनको हम गंगा विसर्जन करेंगे।

इस नेक काम करने से पहले स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी ने अपील की है कि पूरे उत्तर भारत के किसी भी श्मशान घाट पर जो मृतकों के भूले बिसरे अस्थिअवशेष पड़े हो तो उसकी जानकारी हमें इन नम्बरों 9212315006, 9278199582 पर उपलब्ध कराई जाए, जिससे हम इस शुभसँकल्प को मूर्तरूप प्रदान कर सकें। दिल्ली के बाद राष्ट्रीय स्तर पर एवं इसके बाद हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी विदेशों में पड़े अस्थि अवशेषो को गंगा विसर्जन करने की तैयारी कर रहे हैं। सनातन संस्कृति के अनुसार अस्थि अवशेषो को गंगा विसर्जन के पीछे धार्मिक आध्यात्मिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण समाहित है।

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