श्री राम नाम विश्व बैंक समिति ने की आदिपुरुष फिल्म पर रोक लगाने की मांग…

हरिद्वार। मंगलवार को श्री राम नाम विश्व बैंक समिति द्वारा रानीपुर मोड़ कार्यालय पर प्रेसवार्ता कर आदिपुरुष फ़िल्म को प्रतिबंधित करने की माँग की गई साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश की राष्ट्रपति माननीय द्रौपदी मुर्मु जी को पत्र भेजकर मांग की गई कि इस फिल्म की होने वाली कमाई को अयोध्या के “श्री राम मंदिर” और हरिद्वार में संस्था द्वारा तैयार किए जा रहे “श्री राम नाम संग्रहालय” के धर्मार्थ काम में लगाकर प्राश्चित कर सकें।

श्री राम नाम विश्व बैंक समिति द्वारा रानीपुर मोड़ स्थित कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आत्मयोगी देवजी महाराज ने कहा कि आदिपुरुष फ़िल्म महाग्रंथ रामायण पर आधारित है। लेकिन इसमें रामायण के चरित्रों के साथ अभद्र मज़ाक़ किया हुआ है। जो बर्दाश्त करने योग्य नहीं है, इस फ़िल्म को तत्काल प्रबंधित करने की माँग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संस्था द्वारा ज्ञापन भेजा गया है।

श्री राम नाम विश्व बैंक समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुमित तिवारी ने कहा कि आदिपुरूष फ़िल्म में हमारे अराध्य भगवान श्री राम के चरित्र और उनकी वेशभूषा को निराश कर देने वाली हद तक, तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। जिसके डायलॉग और शब्द भी खून खौला देने वाले है। सबसे बड़ा सवाल है कि इन फिल्मकारों को किसने अधिकार दिया कि वह हमारे धर्म ग्रंथों से छेड़छाड़ करें। इन्हें किसने अधिकार दिया कि पहले यह लोग हमारे हिंदू देवी-देवताओं पर कुछ भी टिका टिप्पणी कर उन्हें अपनी मनमर्जी से पेश करते हुए तर्क कुतर्क करें।

यह बहुत ही अशोभनीय और माफ ना किए जाना वाला कृत्य है। उन्होंने समिति के सदस्यों से अनुरोध करते हुए कहा कि इस फिल्म का बहिष्कार करते हुए इस फिल्म को बनाने वाले, लिखने वाले, प्रोड्यूस करने वाले यानी पूरी टीम को कठोर से कठोर सजा दी जाए और इस फिल्म से कमाई गई धनराशी (सारी कमाई) को वह अयोध्या में बनने वाले “श्री राम मंदिर” और हरिद्वार में श्री राम नाम विश्व बैंक समिति द्वारा बनाए जा रहे भव्य “श्री राम नाम संग्रहालय” में लगाने का काम करें। ताकि भविष्य में यह सभी के लिए उदाहरण साबित हो।

इस दौरान समिति के सदस्य वीर गुर्जर, तरुण शर्मा, महिपाल सिंह, अशरफ अली, राहुल शर्मा, कपिल सैनी आदि लोग शामिल रहे।

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