स्वास्थ्य लाभ। बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम और खांसी की समस्या से हैं परेशान तो करें ये घरेलू उपाय। होगा चमत्कारी लाभ -दीपक वैद्य।

हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।

हरिद्वार। आजकल मौसम बदल रहा है और बदलते मौसम में खांसी जुकाम के साथ-साथ लोगों को वायरल की शिकायत ज्यादा हो रही हैं। कनखल के प्रसिद्ध दीपक वैद्य बता रहे हैं सस्ते और घरेलू उपाय, उनका कहना है कि मौसम बदलते ही सर्दी, जुकाम या खांसी होने की समस्या आम होती है। आमतौर पर सर्दी-खांसी वायरल इंफेक्शन के कारण होती है। इसी के साथ ही, सर्दी खांसी के इलाज के लिए दवाओं के भी साइड इफेक्ट्स के जोखिम अधिक होते हैं। ऐसे में आप सर्दी जुकाम के घरेलू उपचार अपना सकते हैं, तो चलिए जानते हैं सर्दी जुकाम के घरेलू उपचार के सबसे सस्ते तरीकें।
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सर्दी जुकाम के घरेलू उपचार

1. नींबू, दालचीनी और शहद का मिक्सचर
सामान्य सर्दी या खांसी से छुटकारा पाने के लिए नींबू, दालचीनी और शहद का मिक्सचर जुकाम के घरेलू उपचार के सबसे कारगर उपायों में से एक होता है। दालचीनी, शहद और नींबू हमारे किचन में बड़ी ही आसानी से मिल जाते हैं, तो बस फटाफट रसोईघर में जाएं और सर्दी दूर भगाने के लिए इन तीनों को मिलकर सिरप बनाएं।

कैसे बनाएं
आधा चम्मच शहद लें। उसमें नीबूं का रस और एक चुटकी दालचीनी का पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में एक बार पीना है।

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2. हनी और लेमन टी (शहद वाली चाय)
कई रिसर्च इस बात का दावा करते हैं कि शहद सर्दी-जुकाम या खांसी के इलाज के लिए सबसे बेहतर विकल्प होता है। अगर आपको या आपके छोटे बच्चे को खांसी है, तो शहद वाली चाय (हनी टी) पीने से गले में खराश और खांसी से राहत पा सकते हैं। जुकाम के घरेलू उपचार में शहद को हमेशा अव्वल माना गया है।

कैसे बनाएं
एक कप हर्बल टी या गर्म पानी में 2 चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाएं और इसे दिन में एक या दो बार पीएं। ध्यान रखें कि इस चाय को एक साल की उम्र से छोटे बच्चों को न पिलाएं।

3. अनानास का जूस
आमतौर पर सर्दी-जुकाम होने पर खट्टे फल नहीं खाने चाहिए। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि भला अनानास का जूस क्यों पीना चाहिए। बता दें कि अनानास खांसी को बस दो दिनों में दूर कर सकता है, क्योंकि इसमें ब्रोमलेन की अच्छी मात्रा होती है। ब्रोमलेन एक एंजाइम है जो केवल अनानास के तने और फल में ही पाया जाता है। ऐसे में अनानास का जूस पीने पर गले में खराश और बलगम की समस्या से भी राहत मिलती है, तो जुकाम के घरेलू उपचार के तरीकों में एक बार अनानास के गुण भी जरूर आजमाएं।

कैसे बनाएं
अनानास का छिलका हटाकर उसका जूस बनाकर पीएं या उसके 2 से 3 टुकड़े भी खा सकते हैं। दिन में तीन बार अनानास का जूस पीएं। ध्यान रखें कि अगर आप या आपका बच्चा खून पतला करने वाली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, तो अनानास का सेवन न करें।

4. गर्म पानी, बेकिंग सोडा और नमक से करें नाक की सिकांई
अगर बंद नाक से परेशान हैं, तो नमक वाला गर्म पानी आपके लिए मददगार हो सकता है। गर्म पानी और नमक का यह मिश्रण नाक से वायरस के कणों और बैक्टीरिया को भी साफ करने का काम करता है।

कैसे बनाएं
2 गिलास पानी में 1/4 चम्मच नमक और 1/4 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। अब इस मिश्रण वाले पानी को नोज किट या बल्ब सिरिंज की मदद से अपने एक तरफ की नाक के अंदर डालें। इस दौरान दूसरे नाक को दबा कर रखें और चेहरे को ऊपर की तरफ करके रखें, ताकि पानी नाक से बाहर न निकले। फिर 20 से 30 सेकेंड बाद नाक से उस पानी को बहने दें। नाक की दोनों छेदों के साथ इस प्रक्रिया को तीन से पांच बार दोहराना होगा।

5. हल्दी वाला दूध
आमतौर पर सर्दियों के मौसम में मां छोटे बच्चों को हल्दी वाला दूध पिलाती हैं। क्योंकि, छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है। ऐसे में उन्हें सर्दी-जुकाम से बचाए रखने के लिए हल्दी वाला दूध पीना लाभकारी होता है क्योंकि हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो कीटाणुओं से रक्षा करते हैं।

कैसे बनाएं
रात में सोने से पहले एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाएं और इसे गर्म करें। हल्क गुनगुना रहने पर इसे पी लें। आप चाहें तो दिन के समय में भी इसे पी सकते हैं। जुकाम के घरेलू उपचार में हल्दी वाले दूध को शामिल कर के आप जल्द से जल्द ठीक हो सकते हैं।

6. गुनगुना पानी पीएं
दिनभर में कई बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गुनगुना पानी पीएं। गुनगुना पानी गले में खराश और बलगम की समस्या से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसके अलावा गर्म पानी गले की सूजन को कम करता है।

7. अदरक, शहद और नींबू की चाय
अदरक सूखी और दमा खांसी के उपचार के लिए रामबाण की तरह काम करता है। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी के गुण होते हैं। जो खांसी के लक्षणों के साथ-साथ उल्टी और दर्द से राहत भी दिलाता है।

कैसे बनाएं
एक कप गर्म पानी में 20-40 ग्राम ताजा अदरक मिलाएं और इससे चाय बनाएं। चाय बनाने के बाद इसे थोड़ा ठंडा होने दें। आप अपने स्वादानुसार इसमें शहद या नींबू का रस भी मिला सकते हैं।

8. काली तुलसी और मसालों वाला काढ़ा
सदियों से सर्दियों के मौसम में होने वाले जुकाम के घरेलू उपचार के लिए काढ़े का इस्तेमाल होता चला आया है। काढ़ें में कई तरह के मसाले और जड़ी-बूटियां मिलाई जाती हैं, जो गले और फेफड़े के इंफेक्शन को दूर करने में मददगार होती हैं।

कैसे बनाएं
काढ़ें की मदद से जुकाम के घरेलू उपचार के लिए दो गिलास साफ पानी गर्म करें। जब यह उबलने लगें तब उसमें लौंग, काली मिर्च, इलायची और अदरक का पाउडर मिलाएं। इसके बाद इसमें स्वादानुसार गुड़ मिलाएं। थोड़ी देर बाद इसमें 5 से 6 काली तुलसी की पत्तियां डालें। उसके बाद चायपत्ती डाल कर उसमें दो बार उबाल आने दें। इसके बाद गैस बंद कर दें और हल्का गुनगुना रहने पर इस काढ़ें को पी लें।

ध्यान रखें कि जुकाम के घरेलू उपचार सिर्फ सामान्य सर्दी-खांसी होने की स्थिति में ही लाभकारी होते हैं। इनका असर सर्दी के प्रकार और कारणों पर निर्भर कर सकता है। अगर जुकाम के घरेलू उपचार के इन तरीकों का इस्तेमाल करने के 2 से 3 दिन बाद भी आपकी समस्या बनी रहती है या और भी ज्यादा बिगड़ती है, हर व्यक्ति की प्रकृति अलग अलग रहती है,.ये सभी प्रयोग किसी आयुर्वेद चिकित्सक की देख रेख में लेवें।

ज्यादा जानकारी के लिए नीचे दिए गए पते पर संपर्क करें
Vaid Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
Kankhal Hardwar [email protected]
9897902760

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