बिजली विभाग में करोड़ों के घोटाले का आरोप , सुराज सेवादल ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को दिया ज्ञापन,बड़ा मामला

नैनीताल। प्रदेश में भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले सुराज सेवादल ने आज प्रदेश में एक और बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है, सुराज सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को ज्ञापन देकर पूरे घोटाले की जांच करने की मांग की है, दल द्वारा कुमाऊं कमिश्नर को दिया गया ज्ञापन

सेवा में ,
आयुक्त महोदय
कुमाऊ , उत्तराखंड महोदय , आपके संज्ञान में लाना है कि , आपके क्षेत्र में विद्धुत वितरण खंड बाजपुर , उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड में विवेक कांडपाल (अधिशासी अभियंता ) व योगेश कुमार ( अवर अभियंता) द्वारा ठेकेदार के साथ मिल कर बिना काम कराए करोड़ों का भुगतान कर प्रदेश को भारी वित्तीय नुकसान पहुचाया जा रहा है । बाजपुर में हो रहे गबन का संक्षिप्त विवरण निम्न है -

• श्री योगेश कुमार, अवर अभियंता , विधुत वितरण खंड , बाजपुर में लगभग 11 वर्षों से तैनात हैं |
• विभागीय नियमो को ताक पर रख कर, मनमानी तरीके से विधुत लाइनों को स्थानांतरित करना, लाइनों और transformer को खुर्द बुर्द करना, विभागीय समान बेचना ,लाइन बनाने में गड़बड़ी करना, व पुराने विधुत बकाये वाला मीटर गायब कर नया मीटर लगाना इनके दैनिक कार्यों में है |
• बिजली के नए कनेक्शन की लाइन बनाने में विभाग द्वारा अनुबंध संख्या 02/EDD(B)/23-24 dt .18.08.2023 और 03 /EDD(B)/23-24 dt .18.08.2023 किया गया हैं।
• उक्त अनुबंधों के तहत किये गए कार्यों के मापन के सत्यापन में उपखंड अधिकारी मंडी, बाजपुर द्वारा पाया गया कि योगेश कुमार द्वारा लगभग रुपये 50 लाख का गबन किया गया है जिसकी सूचना उपखंड अधिकारी द्वारा अपने पत्र संख्या 614 दिनांक 11/12/2023 के माध्यम से अधिशाषी अभियंता श्री विवेक काँड़पाल को दी गई | संलग्न 1
• ये 50 लाख के गबन तो मात्र 2 माह मैं कराए गए कार्यों मैं पाया गया जबकि साल मैं इस तरह के 4 से 5 टेन्डर होते हैं जिसके गबन की धनराशि 2.5 से 3.0 करोड़ रुपए प्रति वर्ष होने से इनकार नहीं किया जा सकता,प्रदेश हित मैं इसकी जांच अत्यंत आवश्यक हैं ।
• Je योगेश द्वारा नए संयोजन लगाने वाले टेंडरों मैं मात्र 2 माह मैं ही लगभग 50 लाख का चूना लगाया गया हैं, जबकि ये यहाँ लगभग 11 साल से तैनात हैं |
• योगेश कुमार द्वारा 50 लाख रुपए का गबन कार्यदायी संस्था M/s SHUBRA CONSTRUCTION व M/S SUKHINDRA ENTERPRISES के साथ मिलकर शाजिस कर वित्तीय गबन कर विभाग को वित्तीय क्षति पहुंचाई गई है |
• उक्त गबन की विस्तृत जानकारी उपखंड अधिकारी द्वारा अपने पत्र सख्या 522 दिनांक 04-11-2023, 529 दिनांक 07-11-2023, 533 दिनांक 08-11-2023, 614 दिनांक 11-12-2023, पत्र के द्वारा श्री विवेक कांडपाल, अधीशाषी अभियंता , बाजपुर को समय-समय पर दी गयी | जिसमे निम्न जानकारियाँ दी गई जिनका संक्षिप्त विवरण निम्न है-

  1. मात्र दो माह में कराए गए कार्यों में अवैध रूप से कि गई एल टी व एच टी लाइनों को स्थानानांतरित कर राज्य को वित्तीय क्षति पहुचाई गई । जिनका विवरण निम्न है –
    • SMT PANA DEVI ( NSC REG NO-459080622004)-
    • SRI RANJIT SINGH(REG NO-459170622002)
    • SRI JARNAIL SINGH (REG NO-459290322002)
    • SRI BHASKAR JOSHI ( REG NO-459230922001)
  2. मात्र दो माह में कराए गए कार्यों में अवैध रूप से विभागीय सामग्री का उपयोग कर उपभोक्ताओ के परिसर में एल टी व एच टी लाइनों का निर्माण कर विभागीय सामग्री को खुर्द बुर्द कर राज्य को वित्तीयक्षति पहुचाई गई । जिनका विवरण निम्न है –
    • M/S PRINCE ENTERPRISES (REG NO-459010622001)
    • M/S SHRI HARI INDUSTRY(REG NO-459230223010)
    • M/S MAA GARJIA PACKAGING (REG NO-459230223009)
    • SRI HEMANT MATIYALI( SC NO-369BN22444584)
  3. मात्र दो माह में कराए गए कार्यों के सत्यापन में REG NO-459150323003( SRI PRADEEP ) जिनका संयोजन मात्र सर्विस केबल से ऊर्जिकृत है , में विभाग का 25 kva का transformer , 11 kv abc केबल को बेचकर खुर्द बुर्द कर राज्य को वित्तीयक्षति पहुचाई गई ।
  4. इसके अतिरिक्त 8 स्थानों में अवैध रूप से 25kva के transformer स्थापित कर लाखों की क्षति विभाग को और राज्य को पहुचाई गई ।
  5. इसके अतिरिक्त अन्य प्रकरण भी है , जिनका विवरण उपखंड अधिकारी बाजपुर के पत्र संख्या- 614 दिनांक 11-12-2023 व 643 दिनांक 19 -12-2023 में वर्णित है ।
  6. अधिशासी अभियंता और अवर अभियंता द्वारा करोड़ों का scrap बेच दिया गया.
    • परंतु श्री विवेक कांडपाल द्वारा उक्त भ्रस्टाचार की जांच करने के बजाए उक्त पत्रों को लगभग 1 माह से ज्यादा समय दबाए रखा।
    • उक्त कर्त से विवेक कांडपाल की सत्यनिष्ठा पर प्रश्न उठना आरंभ हुआ
    • श्री काँड़पाल द्वारा अपना व उक्त भ्रस्टाचार मैं अपने भागीदार योगेश कुमार व उक्त करदायी संस्था को फँसता देख उपखंड अधिकारी श्री आलोक सचान को फ़साने की साजिश करने लगे
    • Je योगेश कुमार व श्री विवेक काँड़पाल द्वारा विभागीय सामग्री को खुलेआम बेचकर प्रदेश का भारी नुकसान किया जा रहा है
    • श्री विवेक काँड़पाल पहले भी अपनी काशीपुर तैनाती के दौरान भ्रस्टाचार के आरोपी रह चुके हैं, जिसपर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के प्रकरण मैं vigilance जांच के directions दिए गए , जिसकी जांच अभी गतिमान है |
    • उपखंड अधिकारी द्वारा अपने कार्यालय पत्र संख्या 643 दिनांक 19-12-2023 के द्वारा श्री विवेक काँड़पाल , व श्री योगेश कुमार द्वारा मिलकर किए जा रहे विभिन्न किस्म के भ्रस्टाचारों का विवरण अधीक्षण अभियंता महोदय को दिया गया है
    • जिसमे सूचित किया गया है कि अनुबंध संख्या 33/edd(b)/2022-23 dt 15-03-2023 (जोकि m/s sukhindra enterprises को आवंटित था ) मैं बिना कार्य कराए व तद्कालीन उपखंड अधिकारी श्री गुलशन बुलनी के जाली हस्ताक्षर कर के श्री विवेक कांडपल व योगेश कुमार द्वारा कार्यदायी संस्था को भुगतान कर विभाग को 1438362 रुपए कि वित्तीय हानि पहुंचा कर गबन किया गया है |
    • अनुबंध संख्या 01/EDD(B)/23-24 dt. 28.06.2023 (जिसका मापन श्री योगेश कुमार द्वारा माप पुस्तिका संख्या 63 b के प्रष्ठ संख्या 86,87,88, व 89 मैं किया गया है) में बिना ठेकेदार से काम कराए रु 729777.00 का भुगतान करवा कर विभाग को वित्तीय क्षति पहुचाने का प्रयतन्न किया गया |
    • इसके अतिरिक्त श्री विवेक काँड़पाल व श्री योगेश कुमार द्वारा टी आई मद मैं डीजल के नाम पर लाखों का गबन किया जा रहा है
    • उपखंड अधिकारी कि जांच मैं अपने पत्र संख्या 614 दिनांक 11-12-2023 व पूर्व के पत्रों मैं साफ साफ बताया गया है कि विभाग का सामान प्राइवेट लाइन मैं लगाकर लाखों रुपए का गबन किया जा रहा है जिसका उदाहरण m/s prince enterprises के भीतर बनी 11 kvलाइन , श्री हरि इंडस्ट्री , मा गर्जिया packegingमैं बनी लाइन है
    • श्री विवेक काँड़पाल , व श्री योगेश कुमार द्वारा उक्त कार्यदायी संस्था के साथ मिलकर उक्त प्रकरणों मैं लाखों रुपए का गबन किया गया है |
    अतः महोदय से अनुरोध है कि उपरोक्त बिन्दुओ में कार्यवाही कर विभाग और राज्य को वित्तीय क्षति से बचाने की कृपा करे। श्री विवेक कांडपाल एक महा भ्रृष्ट अधिकारी है , जो हमेशा अपने धनबल और ऊपरी पहुँच से जो मलाईदार तैनातियों में ही रहता है , इसने काशीपुर और रामनगर की तैनातियों के दौरान अपनी काली कमाई से अकूत सम्पति अर्जित की है , और इसकी राज्य सरकार से आय से अधिक संपत्ति की जाँच भी चल रही है .
    यह भी संज्ञान में आया है कि भ्रष्टाचार उजागर करने वाले उपखंड अधिकारी बाज़पुर का तबादला विवेक काण्डपाल ने अपनी ऊपर की पहुँच और धन बल से पिठौरागढ़ करवा दिया गया है ।उपखंड अधिकारी बाज़पुर के मात्र ४ माह के कार्यकाल में है बाज़पुर खण्ड में मात्र एक उपखंड में ही 80लाख से अधिक धनराशि के ग़बन व भ्रष्टाचार की सूचना विभागीय अधिशासी अभियंता को दी गयी , अपनी पोल खुलते देख विवेक कांडपाल ने मामला दबाने के लिए ऊपरी पहुँच और धन बल का उपयोग करके उपखंड अधिकारी का तबादला पिथौरागढ़ करा दिया गया ।
    महोदय , उपरोक्त समस्त प्रकरणों की जाँच राज्य हित में अत्यंत आवश्यक है । नहीं तो विवेक कांडपाल और योगेश कुमार जैसे महाभ्रष्ट अधिकारी राज्य को बेच खायेंगे व इसका सारा बोझ उत्तराखण्ड राज्य की सीधी साधी जनता को बिजली की बढ़ी क़ीमती के रूप में है पड़ेगा।
    महोदय, अगर एक सप्ताह में उपरोक्त प्रकरण में कार्यवाही नहीं कि गई तो संगठन प्रदेश व्यापी आंदोलन के साथ-साथ देश के यशस्वी प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आवास पर उपवास कर सत्याग्रह करने पर विवश होगा ।
    जय पहाड़ , जय उत्तराखंड रमेश जोशी प्रदेश अध्यक्ष सुराज सेवा दल उत्तराखंड

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