विश्व रेडक्रॉस दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन…

हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।

हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देंशन में, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनीष दत्त एवं इडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेंश चौधरी के संयोजन में ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में रेडक्रास दिवस के उपलक्ष्य पर वर्ष 2023 कीे थीम EVERYTHING WE DO THE COMES, “FROM THE HEART” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इण्डियन रेडक्रास सचिव डॉ. नरेश चौधरी ने संगोष्ठी में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि विश्व रेडक्रॉस दिवस प्राकृतिक आपदाओं, आपदाओं, युद्ध आदि से जन समाज के प्रभावित होने पर उनको प्रोत्साहित करने और उनकी यथासम्भव सहायता करने के लिए जागरूकता हेतु मनाया जाता है। जिसके तहत न केवल जनमानस की रक्षा की जाती है, बल्कि उनको स्थिति से उभरने के लिए वित्तीय सहायता की भी मदद कराई जाती है। विश्व रेडक्रॉस आत्म-जागरूकता को भी बढ़ावा देता है, युवाओं को विशेष तकनीको और तरीकों के विषय में जागरूक करने के लिए संशक्त बनाता है। जो हमारी वर्तमान पीढ़ी के साथ-साथ अगली पीढ़ी के अस्तित्व के लिए अति आवंश्यक है। डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि विश्व भर में शांतिपूर्ण व्यवस्था बनाने के लिए विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है। जब कोई आपात स्थिति होती है तो हर सुरक्षा प्रदान करने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में जनमानस को संभालने अथवा घायल होने पर ही प्राथमिक उपचार देने के उपरान्त हर प्रकार की चिकित्सीय सहायता में भी रेडक्रॉस स्वयं सेवकों द्वारा ही सर्वोंच्च प्राथमिकता पर अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया जाता है, यहां तक कि किसी भी युद्ध में घायल सैनिकों की मदद करने के लिए रेडक्रॉस ही एकमात्र संस्था है, जिसका सभी देश सम्मान करते हैं। तथा युद्धरत राष्ट्रों की समस्याओं का निराकरण में भी रेडक्रॉस का मुख्य योगदान रहता है। हरिद्वार के प्रसिद्ध होटल ताज में भी रेडक्रॉस के प्रति अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जागरूक किया गया। ताज होटल में उपस्थित प्रतिभागियों को डॉ. नरेश चौधरी ने रेडक्रॉस सोसाईटी के सात मुख्य सिद्धान्तों के विषय पर प्रकांश डालते हुये कहा कि यदि रेडक्रॉस स्वयं सेवक किसी को बनना है मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, स्वैच्छिक सेवा, एकता एवं सार्वभौमिकता सिद्धान्तों पर अमल करना होगा। डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि मानवता की सच्ची सेवा रेडक्रॉस जैसी संस्था से जुड़कर ही की जा सकती है, जिसका उदाहरण है कि विंश्व में सबसे अधिक स्वयं सेवकों वाली एकमात्र संस्था रेडक्रॉस है। जो कि 200 से अधिक देशों में अपनी अपनी समर्पित सेवा दे रही है। कोविड-19 वैश्विक महामारी में भी इंडियन रेडक्रॉस द्वारा मानव की समर्पित सेवा की गई। जनपद हरिद्वार में ऋषिकुल जम्बोे वैक्सीनेंशन साइट पर लगभग 20,00000 लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन लगाकर भारत में एक रिकार्ड बनाया, जिसके लिए नीति आयोग द्वारा भी जनपद हरिद्वार रेडक्रॉस की विशेष सराहना की गयी। संगोष्ठी में डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. उर्मिला पाण्डेय, डॉ. भावना, डॉ. वर्षा, डॉ. आकांक्षा, डॉ. हेमलता, डॉ. आराधना, डॉ. वैंशाली, डॉ. अंजली, डॉ. रेनू, डॉ. मनीष, डॉ. मनोज कफल्टिया, डॉ. प्रज्ञा पंथरी, डॉ. गरिमा लोहिया, आकांक्षा भट्ट, श्रेया मिश्रा, पूनम, के साथ ताज होटल की मानव संसाधन प्रबन्धक श्रीमती किरण भट्ट ने सक्रिय सहभागिता की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!