राष्ट्रीय खेलों में योगासन हेतु पंतजलि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रओं का चयन, जानिए…

हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।

हरिद्वार। 29 सितम्बर से 12 अक्टूबर तक अहमदाबाद, गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन प्रारम्भ हो चुका है जिसमें योगासन प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड की टीम में पंतजलि विश्वविद्यालय से 06 छात्र तथा 06 छात्राओं का चयन किया गया है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलानुशासक स्वामी आर्षदेव तथा कुलसचिव डॉ. प्रवीण पुनिया जी ने आशीर्वाद प्रदान कर छात्र-छात्राओं को अहमदाबाद के लिए रवाना किया।

कार्यक्रम में कुलानुशासक स्वामी आर्षदेव ने कहा कि स्वामी रामदेव महाराज, आचार्य बालकृष्ण व साध्वी देवप्रिया के मार्गदर्शन में पतंजलि विश्वविद्यालय से आपने बहुत कुछ सीखा है, आज उसे प्रदर्शित करने की बारी है। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में प्रमाद को आश्रय न दें। आप मात्र खिलाड़ी नहीं अपितु पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि बनकर जा रहे हैं। अतः पूर्ण अनुशासन में रहें। कोई भी तकनीकी परेशानी आने पर अपने गुरुजनों व प्रशिक्षकों से वार्ता करें।
इस अवसर पर कुलसचिव बहन प्रवीण पुनिया ने कहा कि जिस प्रकार योग के क्षेत्र में महर्षि पतंजलि तथा वर्तमान में उनके प्रतिरूप स्वामी महाराज व आचार्य महाराज पूरी दुनिया में विख्यात हैं, उसी प्रकार आप भी देश व दुनिया में पतंजलि विश्वविद्यालय का नाम उज्जवल करें। आपका प्रदर्शन ऐसा होना चाहिए कि लगे सब कुछ पतंजलि ने ले लिया है, अब कुछ शेष है ही नहीं।

कार्यक्रम में योग प्रशिक्षिका बहन आरती पाल ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि आज स्वामी जी व पतंजलि के प्रयासों से ही योगासन राष्ट्रीय खेलों का अंग बना है। इसमें स्वामी महाराज का अखण्ड पुरुषार्थ निहित है। आप सभी स्वामी व आचार्य के आशीर्वाद को मन में रखकर अपना सर्वश्रेष्ठ दीजिए, आपको निश्चित ही सफलता मिलेगी।
सहायक-कुलसचिव डॉ. निर्विकार ने कहा कि आप अपने मन में जीत-हार का भय लेकर न जाएँ। केवल अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें। जीत-हार तो जीवन के दो पहलू हैं। यदि मन में मात्र जीत की इच्छा होगी तो आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाएँगे।
योग विभाग के अध्यक्ष डॉ. संजय सिंह ने कहा कि आप सभी स्वामी महाराज तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि हैं तथा स्वामी महाराज के मिशन को चरितार्थ करने जा रहे हैं। आप सब अपनी जिम्मेदारी को बेहतर समझते हैं। पूरे आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरें। आपने इस स्तर को हासिल करने में बहुत परिश्रम किया है, आपको निश्चित ही सफलता प्राप्त होगी।

कार्यक्रम में खेल अधिकारी कपिल शास्त्री के साथ सभी प्रतिभागियों अरविंद सिंह रावत (पूर्व छात्र), अजय वर्मा (पूर्व छात्र), मोहित पाल (एम.एस.सी. प्रथम वर्ष), अनुराग आर्य (बी.एस.सी. तृतीय वर्ष), तुषार अत्रि (बी.एस.सी. तृतीय वर्ष), दुर्गेश (बी.एस.सी. द्वितीय वर्ष), आकांक्षा (पूर्व छात्रा), कृतिका शर्मा (पूर्व छात्रा), आकृति (पूर्व छात्रा), गायत्री (पूर्व छात्रा), शहनाजी (बी.ए. तृतीय वर्ष) तथा प्राची (बी.ए. तृतीय वर्ष) ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इनमें से तुषार अत्रि (एथलेटिक्स) तथा शहनाजी (कराटे में गोल्ड मेडलिस्ट) अंतर्राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग कर चुके हैं। साथ ही कुछ खिलाड़ी पहले भी राष्ट्रीय खेलों में भाग ले चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त बी.ए. प्रथम वर्ष के छात्र सायांतन का चयन अपने पूर्व प्रदर्शन के आधार पर पहले ही पश्चिम बंगाल की ओर से हो रखा है।

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