कुणाल रोहिला ने संभाली छावनी परिषद रानीखेत की कमान
रानीखेत (सतीश जोशी)
छावनी परिषद के नवनियुक्त मुख्य अधिशासी अधिकारी कुणाल रोहिला ने छावनी परिषद कार्यालय में कार्यभार ग्रहण कर लिया। सीईओ रोहिला इससे पूर्व छावनी परिषद बरेली के रक्षा संपदा अधिकारी थे। एक माह पूर्व उनका स्थानांतरण छावनी परिषद रानीखेत हो गया था। उनके कार्यभार ग्रहण में छावनी परिषद के नामित सदस्य मोहन नेगी व पूर्व सभासद उमेश पाठक ने गर्मजोशी से स्वागत कर उन्हें रानीखेत की तमाम समस्याओं से अवगत कराया। एकल नामित सदस्य मोहन नेगी ने मुख्य अधिशासी अधिकारी को बताया कि रानीखेत में जिन नागरिकों के पुराने भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में है। उनको छावनी प्रावधानों के आधार पर भवन मरम्मत की इजाजत दी जाए। छावनी परिषद में लंबे समय से भवनों के दाखिल खारिज नहीं होने की बात को भी उन्होंने सीईओ के संज्ञान में डाली। इस दौरान अन्य कई विषयों पर भी मुख्य अधिशासी अधिकारी से चर्चा कर समस्याओं के समाधान की मांग की गई। मुख्य अधिशासी अधिकारी कुणाल रोहिला ने भरोसा दिलाया कि सभी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। पर्यटन विकास से संबंधित योजनाओं को क्रियान्वित करवाने की बात पर मुख्य अधिशासी अधिकारी ने विकास कार्य व पर्यटन विकास के लिए बजट आवंटित होने पर अतिशीघ्र कार्य करवाने का भरोसा दिलाया। नव नियुक्त सीईओ के पदभार ग्रहण करने पर छावनी परिषद् के तमाम कर्मचारियों ने भी खुशी जताकर बधाई दी।