बढ़ती महंगाई के दौर में तीस प्रतिशत तक कीमतें बढ़ाए सरकार, पेयजल के पंजीकृत ठेकेदारों की मांग…

उत्तराखण्ड / सुमित यशकल्याण।

देहरादून। उत्तराखंड पेयजल निगम के रजिस्ट्रर्ड संविदाकारों ने बढ़ती महंगाई के दौर में शासन की ओर से जारी की जाने वाली निविदाओं के अनुसार काम करने में असमर्थता जताई है। शनिवार को देहरादून में एक होटल में बैठक कर सभी संविदाकारों ने बाजार भाव के अनुरूप निविदाओं की दरों में तीस प्रतिशत की बढ़ोतरी करने, थर्ड पार्टी उत्पीड़न रोकने, सिक्योरिटी, एडिशनल सिक्योरिटी राशि में राहत प्रदान करने की मांग की है। पेयजल निगम पंजीकृत संविदाकार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मांगें पूरी न होने पर आगामी सभी निविदाओं का बहिष्कार की चेतावनी दी है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित अग्रवाल ने बताया कि उनके द्वारा राज्य में संचालित विभिन्न पेयजल योजनाओं (जल जीवन मिशन, वर्ल्ड बैंक, अमृत, राज्य सेक्टर) में कार्य किया जा रहा है। इसमें विभिन्न योजनाओं में प्रयुक्त होने वाली सामग्री के बाजार भाव में बेतहाशा बढोतरी की स्थिति में निविदाओं की दरें बढ़ाने का प्रावधान है, लेकिन इसे बढ़ाया नहीं जा रहा। थर्ड पार्टी के लिए विभाग द्वारा 25 प्रतिशत राशि रोके जाने का भी विरोध करते हुए इसे घटाकर दस प्रतिशत करने की मांग की गई। थर्ड पार्टी के औचित्य पर भी सवाल उठाए गए। इस बारे में जल्दी ही विभाग के महानिदेशक और मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें अपनी समस्याओं के बारे में जानकारी देने का निर्णय लिया गया।

इस मौके पर उपाध्यक्ष सचिन मित्तल, नरेन्द्र काला, महासचिव सुनील गुप्ता, कपिल गुप्ता, कोषाध्यक्ष सौरभ गोयल, रामचंद्र कन्नौजिया, प्रदीप कुमार शर्मा, गीताराम सैनी, जितेन्द्र चौधरी, जितेन्द्र मलिक, शाहिद हसन, मारुफ खान, जाकिर हुसैन, सुनील मित्तल, सतीश कुमार, शिवम शर्मा, गौरव गोयल, अवनीश शर्मा, जगजीत सिंह आदि मौजूद रहे। मीडिया प्रभारी राम चंद्र कन्नौजिया ने बताया कि सभी संविदाकार अपनी मांगों को लेकर एकजुट हैं और सरकार को विकास कार्याें को बढ़ावा देने के लिए संकल्पबद्ध हैं।

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