हरिद्वार में मानकों को तांक पर रखकर चल रहे है होटल,क्या कहते है अधिकारी, जानिए, देखें वीडियो…

हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।

हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में हजारों की तादात में छोटे-बड़े होटल संचालित होते हैं। लेकिन इनमें से कुछ ही होटल हैं जो सरकारी मानको को पूरा कर रहे हैं। हरिद्वार में ज्यादातर होटल बिना रजिस्ट्रेशन और अग्निशमन विभाग की एनओसी के चल रहे हैं। जो ना सिर्फ सरकारी राजस्व को घाटा पहुंचा रहे हैं बल्कि सुरक्षा के लिए लिहाज़ से भी खतरा बने हुए।

सुरेश यादव, जिला पर्यटन, अधिकारी हरिद्वार।

हरिद्वार में साल भर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। ये श्रद्धालु यहां मौजूद हजारों छोटे बड़े होटल और धर्मशाला में रुकते हैं। नियमों के अनुसार सभी होटलों को पर्यटन विभाग में पंजीकृत होना जरूरी है लेकिन हरिद्वार के पर्यटन विभाग में कुल संख्या के एक चौथाई होटल भी रजिस्टर्ड नहीं है। पर्यटन अधिकारी खुद मानते हैं कि यहां मानकों को दरकिनार कर कई होटल कारोबार कर रहे हैं।

नरेंद्र सिंह कुंवर, सीएफओ, हरिद्वार।

होटलों में आग लगने की घटना ना हो और ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए फायर फाइटिंग की व्यवस्था भी होटल्स में की जाए इसके लिए अग्निशमन विभाग की ओर से एनओसी जारी की जाती है। लेकिन ये अपने आप में चौंकाने वाली बात है कि हजारों की तादाद में से सिर्फ 60 होटलों ने फायर डिपार्टमेंट से एनओसी ले रखी है।

दोनों विभागों के अधिकारी अपने-अपने दावे कर पल्ला झाड़ते दिख रहे हैं लेकिन विभागों की लापरवाही से जहां एक और मांगों को दरकिनार कर चल रहे होटलों से सरकार को राजस्व का नुकसान है वहीं यह सुरक्षा के नजरिए से भी जोखिम बने हुए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!