40 वीं वाहिनी पीएसी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर दो दिवसीय आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण शिविर का हुआ शुभारम्भ, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। सोमवार को 40 वी वाहिनी पीएसी परिसर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या के अवसर पर डिस्ट्रिक्ट वूशु एसोसिएशन हरिद्वार के तत्वावधान में दो दिवसीय आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सेनानायक ददन पाल श्रीमती आभा पाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर 40 वीं वाहिनी पीएसी के उप सेनानायक सुरजीत सिंह पंवार, श्रीमती पूजा पंवार, एटीसी की उप सेनानायक अरुणा भारती, सहायक सेनानायक कमलेश पंत, एटीसी के उपाधीक्षक मोहनलाल मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि के रूप में उद्बोधन करते हुए 40 वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक ददन पाल ने कहा कि आज महिलाओं का सशक्तिकरण होना बहुत जरूरी है तभी समाज तरक्की करेगा, उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों को लेकर समाज को जागृत करने की आवश्यकता है। सेनानायक पाल ने कहा कि आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण शिविर से लड़कियों में और आत्मविश्वास पैदा होगा और उनके मन का डर दूर होगा, उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज की पहली शिक्षिका हैं इसलिए महिलाओं का शिक्षित होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को मानसिक शारीरिक और भावनात्मक रूप से मजबूत होना होगा तभी वह समाज का डटकर मुकाबला कर सकती हैं।
एसोसिएशन की सचिव और मार्शल आर्ट वूशु खेल की राष्ट्रीय कोच आरती सैनी ने संस्था के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला और आत्म सुरक्षा के बारे में बताया और महिला पुलिसकर्मियों और छात्राओं को आत्म सुरक्षा के टिप्स दिए जिनका सभी ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए 40 वीं वाहिनी पीएसी के उप सेनानायक सुरजीत सिंह पंवार ने कहा कि किसी भी समाज या राष्ट्र को सशक्त बनाने में महिलाओं की भूमिका अहम होती है क्योंकि वह बच्चे की पहली शिक्षिका होती हैं सशक्त समाज महिलाओं के सशक्तिकरण से ही बन सकता है।
एटीसी की उप सेनानायक एवं जीआरपी की अपर पुलिस अधीक्षक अरुणा भारती ने कहा कि महिलाओं की दृढ़ इच्छाशक्ति उन्हें और अधिक मजबूत बनाती है और अब महिलाओं के चुप बैठने का समय नहीं है बल्कि उन्हें अपनी आवाज को बुलंद के साथ दिखाना चाहिए और शारीरिक एवं मानसिक रूप दोनों से स्वस्थ रहना चाहिए तभी वे समाज का आसानी से सामना कर सकती हैं। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे किसी भी तरह का उत्पीड़न बर्दाश्त ना करें और ना ही किसी भी तरह के उत्पीड़न के खिलाफ चुप्पी साधे, बल्कि अपनी आवाज को बुलंदी के साथ समाज के सामने रखें। श्रीमती पूजा पवार ने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण ही समाज को सशक्त और समृद्ध बना सकता है क्योंकि महिलाएं आबादी का आधा आधा हिस्सा है।
इस अवसर पर विचारक लेखिका राधिका नागरथ ने गीता आनंदी द्वारा रचित महिलाओं के सशक्तिकरण के संदर्भ में कविता पाठ किया और महिलाओं से आत्मिक रूप से शक्तिशाली बनने की अपील की
कार्यक्रम का संचालन संजय आर्य और कंचन सकलानी ने संयुक्त रूप से किया। संस्था के उपाध्यक्ष पत्रकार संजय आर्य ने कहा कि आज समाज में जिस तरह से महिलाओं पर हमले हो रहे हैं उसको देखते हुए आत्म सुरक्षा का प्रशिक्षण महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष सुनील पांडे ने अतिथियों का आभार जताया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह शॉल और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर समाजसेवी भगवत शरण अग्रवाल, डॉ. राधिका नागरथ, आरती सैनी, संजय आर्य, सुनील पांडे, पीएसी के इंस्पेक्टर शिविर पाल, राजपाल सिंह रावत, सुरेश सकलानी, नरेश जखमौला, कविता रावत, संदीप नेगी, विक्रम भंडारी, पंकज जोशी, गौरव कश्यप आदि उपस्थित रहे।
मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस दो दिवसीय आत्म सुरक्षा शिविर का समापन सायंकाल 4:00 बजे किया जाएगा और इससे पूर्व महिला पुलिसकर्मियों और छात्राओं को आत्म सुरक्षा के और कई गुर सिखाए जाएंगे।