उत्तराखंड नगरी फेरी नीति नियमावली के तहत शहरी समृद्धि को बढ़ावा दे नगर निगम प्रशासन -संजय चोपड़ा।

हरिद्वार। फुटपाथ के कारोबारी रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों के सामूहिक संगठन लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा के नेतृत्व में अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर नगर निगम क्षेत्र के रेडी पटरी के संगठनों के प्रतिनिधियों ने फेरी समिति प्रभारी अधिकारी सहायक नगर आयुक्त रविंद्र दयाल का घेराव कर अपनी न्याय संगत मांगों को दोहराया। इस अवसर पर लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा नगर निगम प्रशासन द्वारा समय से फेरी समिति की बैठक न किए जाने के कारण हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र के रेडी पटरी के लघु व्यापारियों का पीडब्ल्यूडी विभाग, सिंचाई विभाग, पुलिस प्रशासन द्वारा उत्पीड़न व शोषण किया जा रहा है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है। संजय चोपड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर योजना, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, उत्तराखंड नगरीय फेरी नीति नियमावली के नियम अनुसार शहरी समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को वेंडिंग जोन, हैकिंग जोन के रूप में व्यवस्थित व स्थापित किया जाना चाहिए था लेकिन नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के कारण उत्तराखंड शासन की नगरीय फेरी नीति नियमावली का क्रियान्वन नहीं हो पा रहा है। जबकि उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 के नगर निगम सर्वे के अनुसार अभी तक तीन वेंडिंग जोन विकसित किए गए हैं लेकिन विकसित किए गए वेंडिंग जोन में भी लाभार्थियों को मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा शीघ्र ही शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात कर पूरे प्रदेश में रेडी पटरी के लघु व्यापारियों की समस्याओं का अवगत कराकर शासन स्तर पर फेरी नीति नियमावली की समीक्षा बैठक की मांग को प्रमुख रूप से उठाया जाएगा। लघु व्यापारियों को आश्वासित करते हुए सहायक नगर आयुक्त रविंद्र दयाल ने कहा कि शीघ्र ही उच्च अधिकारियों से निर्देशन प्राप्त कर अगले मार्च प्रथम सप्ताह में फेरी समिति की बैठक आयोजन कर नगर निगम में सभी पंजीकृत रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को योजनाबद्ध तरीके से सरकार के संरक्षण में व्यवस्थित व स्थापित किया जाएगा। लघु व्यापारियों में प्रद्युम्न सिंह, विकास सक्सेना, सुनील कुकरेती, मनीष, धर्मपाल सिंह, आजम अंसारी, मोहनलाल, सचिन बिष्ट, प्रमोद वीरेंद्र, श्याम कुमार, भोले यादव, चंदन सिंह रावत, जय सिंह बिष्ट, ओमप्रकाश आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।