पवित्र छड़ी यात्रा को मुख्यमंत्री धामी ने माया देवी मंदिर से पूजा-अर्चना कर उत्तराखंड के तीर्थों की यात्रा के लिए किया रवाना…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
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हरिद्वार। आज रविवार को श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र पावन छड़ी यात्रा को शुभ मुहूर्त 12:39 पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिद्ध पीठ माया देवी मंदिर से अखाड़े की परंपरानुसार विधिवत पूजा-अर्चना कर उत्तराखंड के तीर्थों की यात्रा के लिए रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हवन कुंड में आहुतियां डाली तथा यात्रा की सफलता के लिए आनंद भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की।
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पवित्र यात्रा को शुभकामनाएं एवं सफलता की कामना करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति, हमारी विरासत को संरक्षित, संवर्धन और प्रसार के लिए निरंतर सक्रिय हैं। जूना अखाड़े के यह प्राचीन पवित्र छड़ी यात्रा इसी का एक प्रकल्प है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र छड़ी यात्रा के माध्यम से संत समाज उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों से पलायन रोकने, उपेक्षित हो रहे तीर्थ के संरक्षित करने तथा सनातन धर्म के प्रति जागरूकता पैदा करने का पुनीत कार्य कर रहा है, जिसमें हम सबकी भागीदारी भी सुनिश्चित होनी चाहिए तभी उत्तराखंड देश का श्रेष्ठ राज्य बन सकेगा।
जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरी गिरी महाराज ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह किया कि प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से पलायन के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है। पलायन रोकने के लिए सीमांत क्षेत्रों पिथौरागढ़, चमोली जैसे सीमावर्ती जनपदों में उच्च शिक्षा हेतु विद्यालय आधुनिक सुविधाओं से युक्त चिकित्सालय स्थापित किए जाने नितांत आवश्यक है। सीमांत क्षेत्रों में शिक्षा हेतु विद्यालय स्थापित किए जाएं ताकि इन दुर्गम क्षेत्र के लोगों को मैदानी जिलों में नही भागना पड़े। प्रदेश के उपेक्षित पौराणिक तीर्थ का जीर्णोद्धार कर तीर्थाटन को बढ़ावा देने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। शिक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ाने से ही पलायन पर रोक लग सकेगी।
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इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के माया देवी मंदिर पहुंचने पर श्रीमंहत हरिगिरी महाराज, परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी जी महाराज, जूना अखाड़े के सभापति श्री उपाध्यक्ष दूधेश्वर, श्रीमहंत नारायणगिरी, श्रीमहंत केदार पुरी, श्रीमहंत मोहन भारती, श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी, श्रीमहंत शैलजा माता, पूर्व सचिव आइएएस मुन्नीलाल पांडेय ने शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। बाद में मुख्यमंत्री ने माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा छड़ी प्रमुख महंत श्रीमहंत प्रेम गिरी, श्रीमहंत मोहन भारती, श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमहंत पुष्कर गिरी, श्री महंत शिवदत्त गिरी को सौंपा।
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इस अवसर पर पूर्व विधायक संजय गुप्ता, पूर्व मेयर मनोज गर्ग, भाजपा नेता आशुतोष शर्मा आदि उपस्थित रहे। वहीं छड़ी यात्रा प्रमुख महंत प्रेम गिरी ने बताया कि आज ऋषिकेश में मंदिरों की पूजा-अर्चना के पश्चात विश्राम करेगी 10 अक्टूबर को चारों धाम के लिए रवाना होगी। 01 नवंबर को अपनी यात्रा पूरी कर वापस माया देवी मंदिर पहुंचेगी।