पाकिस्तान सिंध से 58 हिंदू श्रद्धालु पहुंचे हरिद्वार, महाशिवरात्रि पर्व पर करेंगे धार्मिक अनुष्ठान…
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हरिद्वार। पाकिस्तान के सिंध प्रांत से 58 हिंदू श्रद्धालुओं का जत्था मंगलवार को देवभूमि हरिद्वार पहुंचा। उत्तराखंड की पावन धरती पर कदम रखते ही श्रद्धालुओं के चेहरे पर आस्था और उत्साह की झलक साफ नजर आई। संत शदाणी देवस्थानम, उत्तरी हरिद्वार में पहुंचने पर संत शदाणी देवस्थानम के मुख्य सेवादार अमर लाल शदाणी ने उनका पुष्प वर्षा और माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया। अमर लाल शदाणी ने बताया कि ये श्रद्धालु सतगुरु संत राजाराम साहिब जी की मूर्ति अनावरण समारोह और महाशिवरात्रि जगराता कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत आए हैं। साथ ही वे विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे। अमर लाल शदाणी ने बताया कि हरिद्वार आने से पूर्व पाकिस्तान सिंध प्रांत से आए हिंदुओ के जत्थे ने दरबार के नवम पीठाधीश्वर संत डॉक्टर युधिष्ठिर लाल के सानिध्य में प्रयागराज महाकुंभ में गंगा स्नान करने के बाद रायपुर शदाणी दरबार पहुंचने के बाद आज हरिद्वार पहुंचा जत्था। श्रद्धालु बुधवार सुबह 8:00 बजे हरकी पैड़ी पर अस्थि प्रवाह कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक संत शदाणी गंगा घाट पर पिंडदान, हवन यज्ञ और गंगा स्नान करेंगे। धार्मिक क्रियाओं के उपरांत श्रद्धालु पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से पौधरोपण भी करेंगे। इसके बाद शाम को श्रद्धालु नवम पीठाधीश्वर संत डॉक्टर युधिष्ठिर लाल महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। अपनी धार्मिक यात्रा पूर्ण करने के उपरांत जत्था हरिद्वार रेलवे स्टेशन से अमृतसर के लिए रवाना हो जाएगा।हरिद्वार में आकर श्रद्धालुओं ने गंगा मैया के दर्शन कर अपनी प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि हरिद्वार आकर उन्हें दिव्य अनुभूति हो रही है। संत शदाणी देवस्थानम द्वारा किए गए स्वागत और सुविधाओं के लिए भी श्रद्धालुओं ने आभार व्यक्त किया। महाशिवरात्रि के अवसर पर पाकिस्तान से आए श्रद्धालुओं की यह यात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। इससे दोनों देशों के बीच आपसी सौहार्द और धार्मिक सद्भाव को भी बढ़ावा मिलेगा।डॉक्टर मंशा राम, आकाश दोलतानी, सुनील कुमार, चेतन दास, शंकर लाल, राजा परीक्षित, सागर कुमार, भगत लाल, अशी माई, रजनी, रेखा बाई, मेहर चंद, वीजी बाई, दिया कुमारी, बलदेव, ओम प्रकाश, भावेश लाल, आर्यन मखीजा, शीला बाई, बेंकुट कुमार, अंतर्राष्ट्रीय सेवादार बाबू लाल शदाणी आदि मौजूद रहे।