बॉबी पंवार को सुराज सेवा दल ने घेरे, उठाए कई सवाल,देखें वीडियो
सुराज सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा कि राज्य के भर्ती घोटाले की सच्चाई अब सामने है। कुछ नेता बेरोज़गार युवाओं के दर्द और संघर्ष को अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। यह कृत्य घोर निंदनीय और शर्मनाक है।
रमेश जोशी ने कहा कि परीक्षा के दिन मुख्य आरोपी खालिद मलिक ने परीक्षा केंद्र से मोबाइल द्वारा प्रश्नपत्र की तस्वीर अपनी बहन को भेजी और फिर यह तस्वीर प्रो. सुमन तक पहुँचाई।
उन्होंने कहा कि जब सुमन को संदेह हुआ, तब उन्होंने सीधे पुलिस को बताने के बजाय बॉबी पवार को जानकारी दी।
रमेश जोशी ने कहा कि अगर बॉबी पवार सचमुच युवाओं के हितैषी होते, तो उसी समय पुलिस या आयोग को सूचित कर आरोपी को पकड़वाते। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, क्योंकि उन्हें इस घोटाले में अपना राजनीतिक भविष्य नज़र आया।
उन्होंने कहा कि बॉबी पवार ने युवाओं को भड़काने, सोशल मीडिया पर माहौल बनाने और 2023 जैसे आंदोलनों को दोहराकर चंदा इकट्ठा करने और चुनावी मुद्दा खड़ा करने की योजना बनाई।
रमेश जोशी ने कहा कि आज राज्य के युवा बेरोज़गार संघ के बैनर तले आंदोलन कर रहे हैं, परंतु वह आंदोलन अब राजनीतिक सौदेबाज़ी बन चुका है। कांग्रेस की फंडिंग से बॉबी पवार और उनके साथी युवाओं की भावनाओं का सौदा कर रहे हैं। उनकी साज़िश है राज्य को अस्थिर करना और यहाँ नेपाल-बांग्लादेश जैसी अराजक स्थिति पैदा करना।
रमेश जोशी ने कहा कि सुराज सेवा दल बेरोज़गार युवाओं के संघर्ष के साथ खड़ा है, लेकिन किसी भी कीमत पर युवाओं के सपनों को लालची नेताओं के चुनावी खेल में बलि नहीं चढ़ने देगा।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और षड्यंत्र करने वालों का जनता की अदालत में पर्दाफ़ाश होगा।
रमेश जोशी ने घोषणा की कि 29 सितम्बर को सुराज सेवा दल राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगा।
इस आंदोलन की प्रमुख मांग होगी कि भर्ती घोटाले की एसआईटी जाँच में पूरी तरह ईमानदार अधिकारियों को जोड़ा जाए और साथ ही बेरोज़गार संघ के प्रतिनिधियों को भी जांच टीम में शामिल किया जाए, ताकि सच्चाई पूरी पारदर्शिता के साथ सामने आ सके।
रमेश जोशी ने युवाओं से अपील की कि वे सावधान रहें, उनका संघर्ष पवित्र है और इसे कुछ स्वार्थी नेता अपने निजी हितों के लिए हथियार न बना पाएं।
