डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जन्मजयंती पर भाजपा कार्यालय पर गोष्ठी का आयोजन कर श्रद्धा सुमन किये गए अर्पित, जानिए…

हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।

हरिद्वार। मंगलवार को जिला भाजपा कार्यालय हरिद्वार पर भारतीय जनसंघ के संस्थापक प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जन्मजयंती पर गोष्ठी का आयोजन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। संचालन महामंत्री विकास तिवारी द्वारा किया गया।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष डॉ.जयपाल सिंह चौहान ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों पर चलते हुए आज भारतीय जनता पार्टी सेवा ही संगठन के माध्यम से देश भर में सेवा के विभिन्न प्रकल्पो पर कार्य कर रही है, कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के विचारों से प्रेरणा लेकर देशभर में सेवा कार्य कर जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाने का काम किया है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म कोलकाता में 1901 में हुआ था आप शुरू से ही एक प्रखर वक्ता एवं देशभक्त रहे वीर सावरकर के राष्ट्रवाद से प्रभावित होकर हिंदू महासभा में शामिल हुए धर्म के आधार पर देश के विभाजन के आप प्रबल विरोधी रहे, नेहरू मंत्रिमंडल में उद्योग मंत्री के रूप में आपको काम करने का मौका मिला लेकिन नेहरू की पाकिस्तान परस्त नीतियों के कारण राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए नेहरू मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देकर इस समय के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक गुरु गोलवलकर जी से विचार विमर्श के उपरांत 1951 में भारत में एक नए राष्ट्रवादी राजनीतिक दल भारतीय जनसंघ का गठन किया। नेहरू एवं मुस्लिम लीग की मिलीभगत से पूरा बंगाल पाकिस्तान को देने की चाल के खिलाफ एक बड़ा देशव्यापी आंदोलन किया। जिस कारण आधा बंगाल भारत में रहा। उस समय जम्मू कश्मीर में विशेष राज्य का दर्जा देने वाली धारा 370 एवं 35A को समाप्त करने की वकालत की उस समय की परिस्थितियों में देश के अन्य राज्यों के लोगों को कश्मीर में प्रवेश करने के लिए परमिट की व्यवस्था लागू थी। जिसको समाप्त करने के लिए एक बहुत बड़ा आंदोलन डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में चलाया गया और उस समय विचार परिवार के सभी कार्यकर्ताओं ने एक उद्घोष किया कि एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान नहीं चलेंगे-नहीं चलेंगे। इसी को लेकर 1953 में बिना परमिट लिए जम्मू कश्मीर गए उस समय की शेख अब्दुल्ला सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद कर दिया। 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में नजरबंदी के दौरान ही उनकी असामयिक मृत्यु हो गई। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु से उपजे आक्रोश के कारण नेहरू सरकार ने तत्काल ही वहां से परमिट व्यवस्था को समाप्त किया। लेकिन धारा 370 एवं 35A को जारी रखा आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370, 35 Aको समाप्त कर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार करने का काम किया है। आज के इस अवसर पर हम सब कार्यकर्ता डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के व्यक्तित्व और कार्यों से प्रेरणा लेकर भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे और मोदी जी के विचारों को आगे बढ़ाते हुए भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने में अपना योगदान देंगे।

गोष्ठी में जिला महामंत्री आदेश सैनी, जिला उपाध्यक्ष अनिल अरोड़ा, संदीप गोयल, अंकित आर्य, प्रदेश मीडिया सहप्रभारी सुनील सैनी, जिला कार्यालय प्रभारी लव शर्मा, जिला मंत्री अनामिका शर्मा, आशु चौधरी, मनोज पंवार, जिला कोषाध्यक्ष विजय चौहान, आईटी प्रभारी सुशील रावत, ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रदीप पाल, महिला मोर्चा महामंत्री रीमा गुप्ता, राव जमीर अल्पसंख्यक मोर्चा आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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