परमहंसी आश्रम में स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव का हुआ आयोजन
सुमित यशकल्याण
मध्यप्रदेश।ज्योतिष पीठ पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित स्वर्ण ज्योति महा महोत्सव कार्यक्रम आज मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के परमहंसी आश्रम में दिव्य वह भव्य ढंग से आयोजित किया गया । इस अवसर पर सनातन धर्म के प्रचार प्रसार एवं चारधाम की परंपराओं के सफलतापूर्वक निर्वहन करने पर चार धामों के तीर्थ पुरोहितों को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा सम्मानित किया गया ।
इस दौरान चार धामों के पुरोहितों की ओर से शंकराचार्य का पादुका पूजन भी किया गया। इस अवसर पर गंगोत्री मंदिर समिति ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत समिति, यमुनोत्री मंदिर समिति द्वारा शंकराचार्य को सम्मान पत्र भी दिया गया।
उल्लेखनीय है कि स्वरूपानंद सरस्वती के शंकराचार्य पर अभिषिक्त हुए 50 वर्ष हो रहे हैं। इसी क्रम में देश के 50 स्थानों पर पचास कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ।मध्यप्रदेश में आयोजित इस कार्यक्रम को आशीर्वचन देते हुए स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि उत्तराखंड देव भूमि है और इन चार धाम में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार एवं मंदिरों की प्राचीन परंपराओं की सफलतापूर्वक निर्वहन करने में यहां के तीर्थ पुरोहितों की विशेष भूमिका है। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी इन्होंने अपने कर्तव्य का पालन किया । इस अवसर पर गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, बदररीनाथ धाम के डॉक्टर बृजेश सती ,उमेश सती, राजेश से सेमवाल, यमुनोत्री धाम के अनुरूद उनियाल, व सच्चिदानंद सेमवाल को सम्मानित भी किया गया।