पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ हुई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री नन्द लाल धींगरा जी की अन्त्येष्टि…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री नंद लाल धींगरा जी का रविवार को प्रातः 8:00 बजे हरिद्वार में देहांत हो गया है। वह काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनकी मृत्यु से देश ने एक और स्वतंत्रता सेनानी को आज खो दिया है। उनका जाना हरिद्वार के लिए और विशेषकर इस जनपद के स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। जिन लोगों के त्याग और बलिदान के कारण यह देश आजाद हुआ है वह स्वतंत्रता सेनानी अब धीरे-धीरे विलुप्त होकर इतिहास के गर्भ में समाते जा रहे हैं, लेकिन उनकी कुर्बानियों को यह देश हमेशा याद रखेगा।
श्री नंदलाल ढींगरा जी का जन्म जिला सरगोधा (पाकिस्तान) में हुआ था तथा वह सन् 1939 में परिवार सहित हरिद्वार आकर बस गए थे, उसके बाद से ही वह स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से जुड़ गए। 14 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन के अंतर्गत जब हरिद्वार में क्रांतिकारियों के जत्थे सड़कों पर इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते हुए निकले तथा सरकारी संपत्ति को जलाने और टेलीफोन के तारों को काटने लगे तो उस आंदोलन में श्री धींगरा जी ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और एक सरकारी जीप में आग लगादी, इसी कारण उन्हें गिरफ्तार करके सहारनपुर जेल में भेज दिया गया, जहाँ उन्हें तरह-तरह की यातनाएं दी गईं। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वह स्वतंत्रता सेनानियों के संगठन के अध्यक्ष रहे तथा उन्होंने प्रयास करके कोतवाली हरिद्वार के ठीक सामने भल्ला पार्क में स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तम्भ का निर्माण करवाया, जिस पर हरिद्वार जनपद के 320 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम अंकित हैं। इन्होंने प्रशासन के सहयोग से इसी शहीद पार्क में अमर शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा भी निर्मित कराकर स्थापित कराई। वे आजीवन स्वतंत्रता सेनानियों के कल्याण व सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे। उनकी अंत्येष्टि आज 23 जनवरी दिन रविवार को अपराह्न 3:00 बजे कनखल श्मशान घाट पर पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ की गई। मुखाग्नि उनके पुत्र राजेश कुमार धींगरा ने दी।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी हरिद्वार पूरण सिंह राणा, बिजेंद्र गिरि उपस्थित रहे। पुलिस द्वारा उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया। इस अवसर पर काफी संख्या में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति (रजि.) के सदस्यों सर्व श्री भारत भूषण विद्यालंकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, जितेन्द्र रघुवंशी महासचिव, रमेश कुमार, मुकेश त्यागी, राजेश कुमार शर्मा, तरुण वेरी, विकास कम्बोज सहित कई सेनानी उत्तराधिकारियों ने उपस्थित होकर दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।