सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र, हरिद्वार के प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित दीक्षान्त परेड में 112 परिवहन आरक्षी प्रशिक्षुओं अनन्त शंकर ताकवाले (आईपीएस), पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण, उत्तराखण्ड द्वारा दिलाई गयी कर्तव्य निष्ठा की शपथ…

हरिद्वार। 02 जून 2025 से सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र, हरिद्वार के प्रशिक्षण संस्थान में प्रचलित 21 दिवस के प्रशिक्षण के उपरान्त शुक्रवार को दीक्षान्त परेड़ में सम्मिलित 112 परिवहन प्रशिक्षुओं को अनन्त शंकर ताकवाले (आईपीएस), पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण उत्तराखण्ड द्वारा कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई गयी।
दीक्षान्त परेड का संचालन परेड कमाण्डर प्रशिक्षु महिला परिवहन आरक्षी प्रिया के नेतृत्व में परेड़ में सम्मिलित कुल-06 टोलियों के टोली कमाण्डरों द्वारा किया गया। एटीसी के उच्चाधिकारियों द्वारा मुख्य अतिथि अनन्त शंकर ताकवाले (आईपीएस), पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण उत्तराखण्ड का स्वागत किया गया एवं सलामी मंच पर ले जाया गया। मुख्य अतिथि द्वारा परेड कमाण्डर के साथ दीक्षांत परेड का निरीक्षण किया गया तत्पश्चात दीक्षांत परेड में सम्मिलित परिवहन आरक्षियों द्वारा अत्यंत उत्साह, सुन्दर ड्रिल एवं अनुशासन के साथ पंक्तिबद्ध होकर मंच से मार्च पास्ट करते हुए मुख्य अतिथि का मानप्रणाम किया गया।
सुरजीत सिंह पँवार, अपर पुलिस अधीक्षक एटीसी द्वारा उपरोक्त प्रशिक्षण की प्रशासनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि 02 जून 2025 से सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र में नवनियुक्त 112 परिवहन आरक्षियों का प्रशिक्षण प्रारम्भ किया गया। प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ साइबर क्राइम, लैंगिक संवेदनशीलता, आपदा प्रबंधन, व्यक्तित्व विकास, सॉफ्ट स्किल डेवलप्मेंट, सड़क सुरक्षा आदि विषयों की जानकारी दी गयी एवं अन्तः कक्ष प्रशिक्षण हेतु नवीन प्रविधियों जैसे स्मार्ट क्लास में इन्ट्रेक्टिव पैनल का प्रयोग किया गया। प्रशिक्षुओं को एल्कोमीटर, रेडार गन आदि नवीनतम गैजेट्स का प्रशिक्षण भी दिया गया। सम्पूर्ण प्रशिक्षण के दौरान सभी प्रशिक्षुओं एवं प्रशिक्षक स्टाफ का आचरण एवं अनुशासन उच्चकोटि का रहा जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।
सम्पूर्ण प्रशिक्षण में सर्वांगसर्वोत्तम प्रशिक्षु परिवहन आरक्षी अर्जुन सिंह को चयनित किया गया। अन्तःकक्ष में प्रथम स्थान प्रशिक्षु परिवहन आरक्षी मो. शोयब अली सलमानी, बाह्य कक्ष में प्रथम प्रशिक्षु महिला परिवहन आरक्षी प्रिया एवं सर्वश्रेष्ठ अनुशासन महिला परिवहन आरक्षी अर्चना को चयनित किया गया जिनको मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरित किए गये।
मुख्य अतिथि द्वारा अपने सम्बोधन में आज पास-आउट हो रहे प्रशिक्षुओं के गौरवान्वित माता-पिता और अभिभावकों को हार्दिक बधाई देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक, सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र हरिद्वार और प्रशिक्षण संस्थान के समस्त अधिकारीगण, प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण और दीक्षांत परेड को भव्य बनाने में कड़ी मेहनत के साथ अपना योगदान देने वाले समस्त अधि./कर्मचारियों की सराहना की गयी। पास आउट होकर परिवहन विभाग उत्तराखण्ड का हिस्सा बनने जा रहे समस्त प्रशिक्षुओं भविष्य में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने हेतु प्रेरित किया। मुख्य अतिथि द्वारा दीक्षान्त परेड में सम्मिलित प्रशिक्षुओं को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई गयी। रिक्रूट आरक्षियों का मानप्रमाण ग्रहण करने हेतु मुख्य अतिथि अनन्त शंकर ताकवाले, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण एवं सनत कुमार सिंह, संयुक्त परिवहन आयुक्त का अपर पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पँवार द्वारा राज्य स्मृति चिन्ह सम्मान स्वरुप भेंट कर आभार व्यक्त किया गया।
सनत कुमार सिंह, संयुक्त परिवहन आयुक्त, उत्तराखण्ड द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि इससे पूर्व परिवहन विभाग द्वारा 2009 में परिवहन आरक्षी प्रशिक्षु का प्रशिक्षण कराया गया था। उक्त 112 परिवहन आरक्षी प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र, हरिद्वार को दी गयी। उक्त प्रशिक्षण संस्थान द्वारा 21 दिवस की अल्पावधि में प्रशिक्षुओं को उच्च कोटि का प्रशिक्षण एवं मार्ग दर्शन प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण परिवहन प्रशिक्षुओं को नई दिशा देने में लाभकारी होगा। जिसकी उनके द्वारा भूरी-भूरी प्रशंसा की गयी।
डॉ.अनीता चमोला, सम्भागीय परिवहन अधिकारी देहरादून द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि परिवहन आरक्षियों का पद अत्यन्त महत्वपूर्ण है, जिनके द्वारा परिवहन विभाग के प्रवर्तन दलों में रहते हुये प्रवर्तन आरक्षियों के साथ सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया जाता है साथ ही एटीसी के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों व परिवहन विभाग की ओर से इस प्रशिक्षण को सफल बनाने में जिन अधिकारियों का योगदान रहा सबका धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
इससे पूर्व दिनांक 25 जून 2025 संध्या के समय बड़ा खाने का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक, एटीसी नीरू गर्ग (IPS) एवं परिवहन विभाग के अधिकारी राजीव मेहरा, परिवहन उपायुक्त, डॉ. अनीता चमोला आरटीओ देहरादून अपर पुलिस अधीक्षक, एटीसी सुरजीत सिंह पँवार, पुलिस उपाधीक्षक, अनुषा बडोला, पुलिस उपाधीक्षक, एटीसी, नेहा झा एआरटीओ हरिद्वार, पंकज श्रीवास्तव एआरटीओ (ई.), कृष्णा पडलिया, एआरटीओ रुड़की की उपस्थिति में परिवहन आरक्षी प्रशिक्षुओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। पुलिस महानिरीक्षक, सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक, सशस्त्र प्रशिक्षण केन्द्र हरिद्वार और प्रशिक्षण संस्थान के समस्त अधिकारीगण, प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण और कड़ी मेहनत के साथ अपना योगदान देने वाले समस्त अधि./कर्मचारियों की सराहना की गयी। जिनमें निशा जोशी, प्रिया टम्टा, लालूराम, भानू, प्रिया टम्टा द्वारा अपनी प्रस्तुतिया दी गई। मंच का संचालन परिवहन आरक्षी प्रशिक्षु निशा जोशी एवं कविता महर द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अनन्त शंकर ताकवाले, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण उत्तराखण्ड, सनत कुमार सिंह, संयुक्त परिवहन आयुक्त, उत्तराखण्ड, तृप्ति भट्ट् सेनानायक, 40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार, कैप्टन एम.के. छाबड़ा, भारतीय नेवी, सुरजीत सिंह पँवार, अपर पुलिस अधीक्षक, एटीसी, विंग कमाण्डर डॉ. सरिता नेगी पँवार (जिला सैनिक कल्याण अधिकारी), वरिष्ठ जेल अधीक्षक, मनोज कुमार, डॉ. अनीता चमोला, सम्भागीय परिवहन अधिकारी देहरादून, राजीव मेहरा, उप परिवहन आयुक्त, उत्तराखण्ड, बिपेन्द्र सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, 40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार, स्वप्निल मुयाल, पुलिस उपाधीक्षक, जीआरपी उत्तराखण्ड, नेहा झा, एआरटीओ हरिद्वार, कृष्ण चन्द्र पलेडिया, एआरटीओ, रुड़की निखिल शर्मा एआरटीओ प्रशासन हरिद्वार, वरुणा सैनी, टीटीओ हरिद्वार, संगीता धीमान, टीटीओ भगवानपुर, कृष्ण कुमार बिज्लवाण, टीटीओ नारसन, मुकेश भारती, टीटीओ गोवर्धनपुर, हरीश सती, टीटीओ चिडियापुर, डॉ. अमन गुप्ता, (वरिष्ठ समाज सेवी), जे.पी. जुयाल पुलिस उपाधीक्षक, (से.नि.), डॉ. राजकुमार यादव, सभासद, नगर पालिका, शिवालिक नगर, नरेन्द्र सिंह मेहरा, प्रतिसार निरीक्षक, महिपाल सिंह बिष्ट, एचडीआई प्रीतम सिंह निरीक्षक, अन्तःकक्ष प्रभारी, एटीसी हरिद्वार एवं, समस्त प्रशिक्षक, एटीसी, परिवहन विभाग के अधि./कर्मचारी, आरक्षियों के परिजन उपस्थित रहे। सम्पूर्ण कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन श्रीमती सरिता शाह, निरीक्षक एटीसी एवं डॉ. नरेश चौधरी, प्रोफेसर, ऋषिकुल, हरिद्वार द्वारा किया गया।