हिमालय जैसे अटल व्यक्तित्व के धनी थे अटल बिहारी वाजपेई -प्रो बत्रा।
हरिद्वार। सोमवार को एसएमजेएन महाविद्यालय में छात्र कल्याण परिषद एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई एवं भारतीय दर्शन विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि राष्ट्रीय क्षितिज पर सुशासन के पक्षधर, विकास पुरुष और स्वच्छ छवि के कारण अजातशत्रु कहे जाने वाले श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई एक सहृदय कवि, संवेदनशील व्यक्तित्व तथा भारतीय दर्शन को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में प्रणेता के रूप में जाने जाते हैं। प्रो. बत्रा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई के प्रधानमंत्री कार्यकाल में पोखरण परमाणु परीक्षण, कारगिल युद्ध, मोबाइल क्रांति, स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना, ग्रामीण रोजगार सृजन जैसे किए गए कार्यों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की दशा और दिशा दोनों बदल दी। प्रो. बत्रा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई के व्यक्तित्व तथा नेतृत्व में ऐसा भारत दिखता था जिसकी सभ्यता पांच हजार वर्ष पुरानी तथा आने वाले हजार वर्षों तक चुनौतियों का सामना करने का साहस हो। प्रो. बत्रा ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की कविता गीत नया गाता हूं द्वारा युवाओं को जीवन की प्रत्येक स्थिति में हार न मानने का संदेश दिया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय किसान दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भी याद किया गया। आज आयोजित विचार गोष्ठी के अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित शिक्षाविद संदीप रावत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का तीर्थनगरी हरिद्वार से बड़ा गहरा नाता रहा हैं। रावत ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेई अपने जीवनकाल में अनेकों बार हरिद्वार आए तथा उन्होंने यहां की आध्यामिक ऊर्जा को आत्मसात किया। रावत ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने पाञ्चजन्य तथा वीर अर्जुन के साथ पत्रकारिता क्षेत्र में भी अपनी चहुमुखी प्रतिभा से सभी को अवगत कराया। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि जनता के बीच प्रसिद्ध भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। अपने राजनीतिक सेवा काल में अटल बिहारी वाजपेई एक ऐसे नेता के रूप में उभरे जिसकी सोच में विश्व के प्रति उदारवाद तथा लोकतांत्रिक आदर्शों में विश्वास था।
इस अवसर पर संगीत विभाग की प्राध्यापिका अमिता मल्होत्रा के निर्देशन में छात्र छात्राओं द्वारा कारगिल विजय पर सुंदर नाटिका का मंचन भी किया गया। इस अवसर पर इशिका तथा चारू ने देशभक्ति गीत तथा अपराजिता ने कविता पाठ प्रस्तुत किया। प्रशिक्षु अर्शिका ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के प्रधानमंत्री कार्यकाल में भारत आर्थिक रूप से मजबूत हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रो.जे.सी. आर्य, सुषमा नयाल, डॉ.मन मोहन गुप्ता, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, डॉ.शिवकुमार चौहान, डॉ.मनोज सोही, टिया, अमीषा, मानसी, आंचल आदि अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।