गुरुकुल कांगड़ी डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी हरिद्वार की फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के 25 गौरवशाली वर्षों का जश्न,

हरिद्वार, । गुरुकुल कांगड़ी डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी, हरिद्वार की फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा प्रेस क्लब हरिद्वार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीन प्रोफेसर विपुल शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि फैकल्टी अपने स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर सिल्वर जुबली समारोह भव्य रूप से मनाने जा रही है। इस अवसर पर 7 एवं 8 मार्च 2025 को इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन सस्टेनेबल डेवलपमेंट एवं वार्षिक तकनीकी महोत्सव ‘ज्ञानाग्नि 2025’ का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, 8 मार्च 2025 को पूर्व छात्र मिलन समारोह (Alumni Meet) भी आयोजित किया जाएगा।
प्रोफेसर विपुल शर्मा ने कहा कि “हम आधुनिक तकनीक में निरंतर प्रगति कर रहे हैं, लेकिन अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहना भी हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी के भविष्य पर पत्रकारों द्वारा उठाए गए सभी प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि “हम एक परिवार की तरह आगे बढ़ रहे हैं। हमारे सभी स्टाफ सदस्य केवल कर्मचारी नहीं, बल्कि गुरुकुल परिवार का हिस्सा हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि फैकल्टी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसे नए पाठ्यक्रम जोड़े जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया जा सके।
इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन सस्टेनेबल डेवलपमेंट के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. संजीव लाम्भा ने बताया कि इस भव्य सम्मेलन में राजीव गांधी एविएशन यूनिवर्सिटी, अमेठी के कुलपति प्रोफेसर भृगुनाथ मुख्य अतिथि होंगे। वहीं, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश चंद्र शास्त्री विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा, आईएससीए की कार्यकारी परिषद के सदस्य प्रोफेसर आर.डी. कौशिक, यूकॉस्ट देहरादून के संयुक्त निदेशक डॉ. डी.पी. उनियाल तथा विधायक आदेश चौहान भी इस सम्मेलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
डॉ. लाम्भा ने आगे बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अमेरिका, चीन, आयरलैंड, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया और मालदीव जैसे छह देशों की भागीदारी होगी। साथ ही, भारत के 11 राज्यों से 30 विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। औद्योगिक भागीदारी की बात करें तो एप्पल (USA) और श्नाइडर इलेक्ट्रिक (USA) जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगी। सम्मेलन में करीब 150 शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे और 30 आमंत्रित व्याख्यान आयोजित होंगे।
राष्ट्रीय स्तर के वार्षिक तकनीकी महोत्सव ‘ज्ञानाग्नि’ के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. निशांत कुमार ने बताया कि इसमें तकनीकी, गैर-तकनीकी एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश-विदेश के विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. सुनील पंवार, डॉ. एम.एम. तिवारी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरुकुल कांगड़ी की यह सिल्वर जुबली न केवल संस्थान के गौरवशाली सफर की गवाही देगी, बल्कि भविष्य की तकनीकी संभावनाओं की दिशा में एक मजबूत कदम भी साबित होगी। इस मौके पर लोकेश भारद्वाज सहित फैकल्टी उपस्थित रहे।