अखाड़ो की पेशवाई में चांदी के सिंहासन पर क्यों बैठाए जाते हैं महामंडलेश्वर, जानिए, देखें वीडियो
Haridwar/Tushar Gupta
हरिद्वार। कुंभ मेले में मुख्य आकर्षण अखाड़ों द्वारा निकाले जाने वाली पेशवाई होती है। पेशवाई के माध्यम से देश भर से आए अखाड़ों के रमते पंच और साधु संत छावनी में प्रवेश करते हैं श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े सहित हरिद्वार में इन दिनों सभी अखाड़ों में पेशवाई की तैयारी जोर शोर से चल रही है प्रयागराज से निरंजनी अखाड़ा की पेशवाई के लिए चांदी के सिंहासन और अहोदे सहित अन्य सामान हरिद्वार पहुंच गया है,
पंचायती अखाड़े के सचिव एवं मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने बताया कि पेशवाई के दौरान अखाड़े के महामंडलेश्वर को इन चांदी के सिंहासन ऊपर राजशाही ठाट बाट के साथ बैठाया जाता है, क्योंकि महामंडलेश्वर एक तरह से हमारे राजा के रूप में होते हैं इसलिए पेशवाई में उन्हें पूरे राजशाही के साथ इन सिंहासन पर बैठा कर शोभायात्रा निकाली जाती है।
अखाड़ा की पेशवाई एक तरह से उस अखाड़े का शक्ति प्रदर्शन भी माना जा सकता है पेशवाई के माध्यम से अखाड़े अपनी अखाड़े की शोभा, वैभव और महामंडलेश्वरओं के साथ साथ साधु संतों को भी प्रदर्शित करते हैं।