अखिल भारतीय संत समिति ने किया अखाड़ा परिषद अध्यक्ष व महामंत्री का स्वागत, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। अखिल भारतीय संत समिति के तत्वाधान में कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज व महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज का जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेश अध्यक्ष महंत जसविन्दर सिंह महाराज, महामंत्री महंत अरूण दास, कोषाध्यक्ष महंत श्यामदास महाराज ने सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर व शाॅल ओढ़ाकर स्वागत किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष व महामंत्री का स्वागत करते हुए श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष संत समिति के मुख्य संयोजक श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज व महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ऊर्जावान व विद्वान युवा संत हैं। जिनके नेतृत्व में अखाड़ा परिषद धर्म संस्कृति के उत्थान व प्रचार प्रसार में नए आयाम स्थापित करेगी। अखिल भारतीय संत समिति के मुख्य प्रवक्ता बाबा हठयोगी महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की नई कार्यकारिणी के गठन से समस्त संत समाज में हर्ष का माहौल है। संत समाज अध्यक्ष व महामंत्री समेत सभी पदाधिकारियों के उज्जवल भविष्य की कामना करता है और आशा करता है कि आगामी कुंभ मेले नयी कार्यकारिणी के नेतृत्व में सकुशल संपन्न होंगे। उन्होंने कहा कि अखाड़ों के बहुमत व चारों संप्रदाय के समर्थन से ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का गठन होता है। परिषद की नयी कार्यकारिणी को सात अखाड़ों का बहुमत व सभी चारों संप्रदाय का समर्थन प्राप्त है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज व महामंत्री राजेंद्रदास महाराज ने सभी संतों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संत पंरपराओं के अनुसार अखाड़ा परिषद सभी अखाड़ों व संत समाज के हितों के लिए कार्य करेगी। किसी भी अखाड़े का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समाज व संतों की सेवा के लिए अखाड़ा परिषद सदैव तत्पर रहेगी। अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेश अध्यक्ष व निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज व श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज के नेतृत्व में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की नयी कार्यकारिणी का गठन होने से सभी अखाड़ों व समस्त समाज में हर्ष की लहर है। पूरे वैध तरीके से गठित हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की कार्यकारिणी को लेकर कुछ लोग अनावश्यक रूप से भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। जिनके इरादे कभी पूरे नहीं होंगे। संत समाज सभी को ज्ञान की प्रेरणा देकर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। अखाड़ा परिषद के कुछ पूर्व पदाधिकारी असामाजिक तत्वों को संतों वेश धारण करवाकर संतों मे फूट डालने का कार्य कर रहे हैं। जिन्हें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद सबक सिखाने का काम करेगी।
इस दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष महंत दामोदर दास, श्रीमहंत रामकिशोर दास शास्त्री, महामण्डलेश्वर स्वामी सेवानंद गिरी, स्वामी महेश्वरानंद, महंत कृष्णानंद, महंत रंजय सिंह, महंत अरूणदास, महंत श्यामदास, महंत गोविंददास, योगी सत्यव्रतानंद, महंत मनमोहन दास, महंत हरजोत सिंह, महंत खेमसिंह, महंत निर्भय सिंह, संत तलविंदर सिंह, संत जसकरण सिंह, संत सुखमन सिंह, ज्ञानी जैल सिंह, संत सिमरन सिंह, संत विष्णु सिंह आदि सहित कई संत महापुरूष व समाजसेवी अतुल शर्मा व देवेंद्र सोढ़ी उपस्थित रहे।