पंतांजलि योगपीठ में इलाज के नाम पर लुटे जा रहे हैं लाखों रुपए, जानिए
हरिद्वार / तुषार गुप्ता
पतंजलि योगपीठ के नाम पर धोखाधड़ी का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है ।लगातार देश विदेश के लोगो से पंतांजलि के नाम पर अज्ञात लोग फेक वेबसाइट बना कर लाखो रुपए ठग रहे है।ताजा मामला उत्तरप्रदेश के बहराइच के लोगो का है जो पनतंजलि के नाम पर 75000 एक अज्ञात व्यक्ति को ऑनलाइन ट्रांसफर की गलती कर बैठे । पतंजलि योगपीठ में इलाज के नाम पर लाखों रुपए ठगने की खबरे आए दिन सामने आ रहे है लेकिन पुलिस प्रशासन और पतंजलि प्रशासन बेहबस नजर आ रहे है । **पतंजलि का क्या कहना है*पतंजलि का कहना है की हमारे द्वारा निरंतर ऐसी फर्जी वेबसाइट और आरोपियों के खिलाफ प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है और अभी 12 फरवरी को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना बहद्राबाद में पतंजलि योगपीठ की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है जिसके बाद नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर देहरादून सीबीआई पर जांच सौंप दी गई है।2018 में भी ए.एन.आई. न्यूज मीडिया के माध्यम से पतंजलि योगपीठ के संचालक आचार्य बाल कृष्ण ने पंतांजलि के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े के बारे में लोगों को अवगत कराया था लेकिन अब तक कोई भी सुधार इन चीजों में नहीं हुआ है।
कैसे बनाया जाता है बेकूफ*
तहरीर के मुताबिक उत्तरप्रदेश के जिला बहराइच के शिवशरन सिंह और सुमित कुमार सिंह को अपने परिवार सहित पतंजलि योगपीठ में इलाज कराने और कुछ दिन रहने का मन था। जिसके चलते उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से पतंजलि योगपीठ में बुकिंग करने की कोशिश करी। ऐसे ही वेबसाइट खोलते हुए वक्त एक अज्ञात वेबसाइट पर पहुंचकर उन्होंने कुछ नंबर वहा से लिए । जिसके बाद उन्होंने उन नंबर पर फोन किया जिसके बाद प्रार्थी से ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन और बुकिंग के नाम पर ₹75000 लिए जिनका ट्रांजैक्शन उन्होंने 27 फरवरी और 28 फरवरी को ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से किया गया। इसके बाद आरोपी द्वारा कहा गया कि उनकी बुकिंग 1 मार्च को हो गई है लेकिन जब शिवशरन सिंह और सुमित कुमार अपने परिवार सहित हरिद्वार पतंजलि योगपीठ पहुंचे तो उन्हें यह कह दिया गया कि उनके नाम की कोई भी बुकिंग यहां पर नहीं है। जिसके बाद उनको यह एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है । जिसके बाद उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से साइबर क्राईम में रिपोर्ट लिखवाई और साथ ही हरिद्वार साइबर क्राइम में जाकर संबंधित अकाउंट को फ्रीज करवाया।
पतंजलि का क्या कहना
*पतंजलि का कहना है की हमारे द्वारा निरंतर ऐसी फर्जी वेबसाइट और आरोपियों के खिलाफ प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है और अभी 12 फरवरी को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना बहद्राबाद में पतंजलि योगपीठ की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है जिसके बाद नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर देहरादून सीबीआई पर जांच सौंप दी गई है।
2018 में भी ए.एन.आई. न्यूज मीडिया के माध्यम से पतंजलि योगपीठ के संचालक आचार्य बाल कृष्ण ने पंतांजलि के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े के बारे में लोगों को अवगत कराया था लेकिन अब तक कोई भी सुधार इन चीजों में नहीं हुआ है।