उत्तराखंड की महिलाओं को आर्थिक रूप से संपन्न बनाया जाएगा- बेबी रानी मौर्य

सुमित यशकल्याण।


देहरादून । राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गुरूवार को अपने तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर मीडिया से राजभवन में बातचीत की। मीडिया प्रतिनिधियों से संवाद के दौरान राज्यपाल मौर्य ने कहा कि उनके द्वारा अभी तक के कार्यकाल में पूर्ण प्रयास किया जाता रहा कि राज्य उन्नति की ओर अग्रसर हो। राज्य की महिलाएं मेहनती और जुझारू हैं। इन महिलाओं को राजभवन से जो बेहतर सहयोग किया जा सकता है उसके लिए आगे भी ठोस प्रयास किए जाएंगे। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि राजभवन द्वारा स्वंय सहायता समूहों के लिए विस्तृत कार्य योजना, प्रशिक्षण और सहायता समूहों को सस्ते ऋण के लिए समय- समय पर निर्देश दिये गये जिससे महिलाओं का आर्थिक उत्थान हो। उत्तराखंड की महिलाओं को आर्थिक रूप से संपन्न बनाया जाएगा राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने जानकारी दी कि क्षय रोग के प्रति राजभवन में जन जागरूकता कार्यक्रम किया गया साथ ही टी.बी. रोगियों को पोषक आहार वितरित कर रोगियों को पोषण के प्रति सजग किया। राजभवन द्वारा पॉच बच्चे गोद लिए गये है जिनके उपचार का व्यय वहन राजभवन द्वारा किया गया व इनकी सेहत में बेहतर सुधार लाया गया।

राज्यपाल ने कहा कि राजभवन के निर्देशों के क्रम में राज्य विश्वविद्यालयों द्वारा दूरस्थ गॉवो को गोद लिए गया और यहॉ विकास कार्य कराये गये। नई राष्ट्र शिक्षा नीति पर भी राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को स्पष्ट निर्देश दिये गये।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से राजभवन ने इस वर्ष और पिछले वर्ष भी कोरोना महामारी के दौरान राहत सामग्री व आक्सीजन कंसंट्रेटर को राज्य के अधिकांश जनपदांे को भेजा गया।
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति बाहुल्य गांवों को मॉडल ग्राम बनाने की योजना के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद से एक गॉव को मेरे द्वारा गोद लिया गया है। देहरादून के झाझरा और कुमांऊ के गहना गांव में विकास कार्य भी हुए। उत्तराखण्ड राज्य प्राकृतिक सम्पदाओं से सम्पन्न एक राज्य है यहॉ औषधीय पौधे जड़ी-बूटियों की पर्याप्त उपलब्धता है। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से इनके उत्पादन एवं वितरण को प्रोत्साहित किया जा रहा है।


राज्यपाल ने कहा कि राज्य में होम स्टे, अधिक से अधिक हो जिसमें स्वतः आय अर्जित कर स्थानीय निवासी सम्पन्न हो और हम पलायन रोक सके। नशा मुक्ति के लिए राजभवन ने जन जागरूकता कार्यक्रम चलाये। 12वीं तक के स्कूलों के बच्चों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया।
राज्यपाल ने बताया कि गरीब, निर्धन महिलाओं के लिए साड़ी बैंक की स्थापना की गई इसमें गरीब बस्ती तक साड़ी पहुॅचाने का कार्य किया। आम्बेडकर जंयती पर मलिन बस्तियों के बच्चों को शिक्षा के प्रति आकर्षित करने के लिए निर्धन बच्चों को स्कूल बैग व पुस्तक वितरण किया गया। कोरोना अवधि में देहरादून में इन बस्तियों में मास्क, सैनेटाइजर वितरण कराया।
राज्यपाल ने कोविड 19 से बचाव में रेडक्रास सोसाइटी द्वारा किये गये कार्यों के बारे में भी बात की व सोसाइटी की सराहना की। रैणी गॉव में बाढ़ के समय सोसाइटी के कार्य प्रशंसनीय रहे जिसके लिए सोसाइटी को राजभवन ने राशि प्रदान की। राजभवन द्वारा उत्कृृष्ट महिला कार्मिकों को पुरस्कृत करने की एक शुरूआत की गई है जिसे निरंतर जारी रखा जायेगा। राज्यपाल के निर्देशों के क्रम में कोविड में अनाथ हुए बालकों के लिए भी विश्वविद्यालयों में सीट आरक्षित रखने के निर्देशों की भी जानकारी दी। उन्होने निजी नशा मुक्ति केन्द्रों का पंजीकरण न होने पर कार्यवाही की भी बात कही।


इस अवसर पर सचिव राज्यपाल , बृजेश कुमार संत, अपर सचिव जितेन्द्र कुमार सोनकर एवं विभिन्न मीडिया प्रतिनिधि मौजूद थे।

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