अंकिता मर्डर मामले में जांच को लेकर यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने उठाए सवाल, इस तारीख को क्या उत्तराखंड बंद का आह्वान, देखें वीडियो…
देहरादून। मंगलवार को उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यालय में प्रेस को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने अंकिता मर्डर केस की इन्वेस्टीगेशन पर कई सवाल उठाये, साथ ही प्रदेश सरकार की तमाम अव्यवस्थाओं के खिलाफ 02 अक्टूबर को उत्तराखंड बंद का आह्वान किया।
ऐरी ने कहा कि पुलिस और सरकार ने अब तक पुलकित व अन्य 02 आरोपियों की रिमांड क्यों नहीं मांगी?
दूसरा पुलकित का पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को क़ानून को गुमराह करने व अपराध को छुपाने का षड्यंत्र करने के लिए 120 बी में मुकदमा कब कलमबद्ध होगा, साथ ही वैभव प्रताप सिंह को अब तक अरेस्ट क्यों नहीं किया जा रहा जबकि जनता जानती है कि वो इस घटना को छुपाने का दोषी है।
अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोट में क्या है, पुलिस क्यों छुपाने का प्रयास कर रही है… इन सब से साफ जाहिर है कि भाजपा अपने आरएसएस के डॉ. विनोद आर्य के बेटे को बचाने का प्रयास कर रही है जो बहुत ही निंदनीय है और उक्रांद इस मामले में चुप नहीं बैठेगी।
ज़ब तक इस जुर्म में शामिल सभी आरोपियों को उनके गुनाह की कड़ी सजा नहीं मिल जाती।
इसके साथ ही Uksssc पर बात करते हुए काशी सिंह ऐरी ने सीबीआई जाँच की मांग की और बताया कि युवा प्रकोष्ठ का चल रहा धरना समाप्त कर अब सड़कों पर उतरा जायेगा और विधानसभा में हुई बैक डोर भर्तियों को लेकर काशी सिंह ऐरी का सीधा मत है कि 252 भर्ती रद्द कर देने से भाजपा और उसके मंत्री प्रेमचंद के पाप नहीं धुल जाते।
उत्तराखंड क्रांति दल की मांग है कि नौकरियां देने के नाम पर जो रकम भ्रष्टाचार कर प्रेमचंद ने कमाई उसकी व जितना पैसा वित्त मंत्री बंनने के बाद तन्खावाह के नाम पर बांटा है, सभी प्रेमचंद से वसूल कर और उनको तत्काल मंत्रिमंडल से बाहर करे।
उन्होंने कहा कि अंकिता हत्याकांड की खबर उठाने वाले आशुतोष नेगी, विजय रावत व नवल खाली की तहरीर पर जल्द से जल्द धमकी देने वालों का पर्दाफाश हो।
प्रेस वार्ता में ऐरी ने ऐलान किया कि पत्रकारों को यदि खंरोच भी आई तो यूकेडी सरकार की ईंट से ईंट बजा देगी।
सीएम के दिल्ली दौरे के बारे में ज़ब मीडिया ने सवाल किया तो काशी ऐरी जी ने उसे मेढ़की का जुकाम बताया… उन्होंने साफ किया कि आज के उत्तराखंड का हर नेता दिल्ली के आदेश बजाता है, उसे सूबे की भावनाओ या आवश्यकता से कोई सरोकार नहीं… सरकार को चेताते हुए यूकेडी ने साफ किया है कि उत्तराखंड की सुरक्षा और विकास यूकेडी का नैतिक दायित्व है जिसकी खातिर यूकेडी हर स्तर तक जायेगी।
प्रदेश का सपना जो आदरणीय पूर्वज इंद्रमणि जी ने संजोया था जिस उद्देश्य से यूकेडी ने इस कठिन लक्ष्य को पाया उसे इस तरह भ्रष्टाचारियों के हाथों मिटने नहीं देगी।
प्रेस का सम्बोधन केंद्रीय अध्यक्ष काशी ऐरी द्वारा किया गया साथ में बी.डी. रतूड़ी, एपी जुयाल, त्रिवेंद्र पंवार, शिवप्रसाद सेमवाल, अनुपम खत्री, सुरेन्द्र कुकरेती, जयप्रकाश उपाध्याय, सुलोचना ईष्टवाल, विजय बौड़ाई, आदि शामिल रहे।