सुराज सेवा दल ने बिगड़ती कानून व्यवस्था और बिजली के दामों में की गई बढ़ोत्तरी के विरोध में सरकार का पुतला फूंका, पी एम को भेजा ज्ञापन


सुराज सेवा दल ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था एवं बेकाबू हो रहे भ्रष्टाचार तथा ऊर्जा विभाग द्वारा अचानक बिजली के दामों को बढ़ाए जाने के विरोध में दिनांक 29 सितंबर 2022 को देहरादून स्थित लैंसडाउन चौक पर ऊर्जा विभाग का पुतला दहन कर प्रदेश को बचाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा,

कार्यक्रम में उपस्थित अध्यक्ष रमेश जोशी, राजेंद्र पन्त, सुंदर रावत, सोहन वीर, संजय तितौरिया, उज्ज्वल नायक, मोहिनी चौधरी, मोनिका शर्मा, अंजू, लक्ष्मी, रिंकू, प्रितंम सिंह, आश बहादुर, सुरेंद्र यादव, सुनीता साहिनी, नीतू, संजय, राधे, संता बहादुर, हरका बहादुर, विजेंद्र, किसन, आदि दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे l


ज्ञापन
सेवा में
श्रीमान माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार
द्वारा नगर मजिस्ट्रेट देहरादून उत्तराखंड
विषय-:उत्तराखंड राज्य में चर्मराती हुई कानून व्यवस्था एवं बेकाबू हो रहे भ्रष्टाचार के संबंध में…..
महोदय नम्र निवेदन इस प्रकार है कि उत्तराखंड प्रदेश की हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है महंगाई से तो पूरा देश तृप्त है साथ ही उत्तराखंड में बिजली के दामों को बढ़ाकर उत्तराखंड सरकार ने जनता के साथ इतना बड़ा धोखा क्यों ? पहले विद्युत नियामक आयोग ने बिजली के दामों को बढ़ाने के फाइल निरस्त कर दी थी आखिर एक से डेढ़ महीने में ऐसा क्या हो गया कि आयोग ने बिजली के दाम बढ़ाने की संस्तुति कर दी आप तो जनता को बोल कर गए थे कि भाइयों और बहनों पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम आएगी और सरकार क्या दे रही है? उत्तराखंड की जनता को भर्ती के नाम पर धोखा विधानसभा भर्ती घोटाला पेपर लीक घोटाला छात्रवृत्ति घोटाला सहकारिता घोटाला नेशनल हाईवे घोटाला आदि जैसे तमाम घोटाले ऐसा तो समाजवादी की सरकार में भी नहीं दिखा जैसा आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार में दिख रहा है बिजली विभाग यूपीसीएल/ पिटकुल के प्रबंध निदेशक श्री अनिल यादव जिन पर कैद की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार लगभग ₹50 करोड़ का घोटाला साबित हुआ है जो 5 वर्षों से नहीं खुला अब हो सकता है की कैद और यूपीसीएल में दोनों यादव बंधु आपस मैं मिल गए तो अब पाप भी धुल जाए प्रबंध निदेशक अनिल यादव के पुत्र के खाते से एक ठेकेदार के खाते में चार बार पैसों का लेनदेन इस बात की पुष्टि करता है कि ठेकेदार और प्रबंध निदेशक मिलकर पूरी सांठगांठ से टेंडर पूल कर रहे हैं अगर प्रबंध निदेशक उस ठेकेदार के यहां अपने पुत्र की ट्रेनिंग दर्शाते हैं तो फिर नियमानुसार उस ठेकेदार को उत्तराखंड में ठेका नहीं होना था और उसी ठेकेदार पर पूर्व में भी प्रबंध निदेशक अनिल यादव जब चीफ इंजीनियर थे तब भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे 12 ठेकेदार पर जितने भी ठेके दिए गए उसमें एसके तोमर डायरेक्टर फाइनेंस और परवीन टंडन जीएम लीगल ने स्पष्ट रूप से लिखा है कि कि टेंडरों की स्टेट विजिलेंस से जांच कराई जाए क्योंकि इन टेंडरों में अधिकारियों का गठजोड़ है वही तत्कालीन ऊर्जा सचिव श्री आलोक शेखर तिवारी जी ने तीन दिन के भीतर जांच कर आख्या मांगी थी जो आज तक नहीं दी गई महोदय अगर निष्पक्ष जांच कराई जाए तो इन ईमानदार अफसरों जैसे श्री कृष्णकांत बीके,श्री राजेश भट्ट,श्री कैलाश पवार जैसे इमानदार अधिकारियों की टीम बनाकर जांच कराई जाए या फिर सीबीआई जांच कराई जाए उत्तराखंड की जनता आपसे बहुत उम्मीद करती है और प्रचंड वेग से मतदान कर भारतीय जनता पार्टी को जीत भी दिलाती रही है अगर यही हालत इस प्रदेश में रहा तो जनता का विश्वास उठ जाएगा महोदय आपने तो पूरे विश्व में भारतवर्ष का लोहा मनवाया है आज उत्तराखंड की जनता का विश्वास नहीं टूटने देंगे हम आपसे उम्मीद करते हैं महोदय हमारे इस पत्र में जल्द से जल्द कार्रवाई करने का कष्ट करेंl
आपकी अति कृपा होगीl


धन्यवाद
भवदीय
रमेश जोशी
अध्यक्ष सुराज सेवा दल

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