गांधी जयंती। ऋषिकुल आयुर्वेद महाविद्यालय में स्वस्थ भारत की संकल्पना विषय पर हुई गोष्ठी…

हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।

हरिद्वार। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लालबहादुर शास्त्री की जयंती के राष्ट्रीय पर्व पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं स्वस्थ भारत की संकल्पना विषय पर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार जोशी के निर्देशन परिसर निदेशक प्रोफेसर डॉ. डी.सी. सिंह एवं शरीर रचना विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश चौधरी के संयोजन में संगोष्ठी आयोजित की गई।

संगोष्ठी में उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार जोशी संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं स्वस्थ भारत की संकल्पना विषय का उद्देश्य यही है कि महात्मा गांधी ने भारत को स्वस्थ रखने के लिए जिस प्रकार अपने आहार विहार तथा दिनचर्या से संदेश दिया कि यदि हम इसको अपनी रोजमर्रा की जिंदगी मैं सर्वोच्च प्राथमिकता से पालन करें, तब कोई रोग नहीं होगा और प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहेगा और स्वस्थ भारत की संकल्पना चरितार्थ होगी। डॉ. सुनील जोशी ने कहा कि आयुर्वेद में भी महर्षियों ने भी संतुलित आहार के साथ-साथ व्यायाम, योग एवं मेडिटेशन को ही स्वस्थ रहने का सर्वश्रेष्ठ उपाय बताया है। डॉ. सुनील जोशी ने कहा कि “स्वस्थ रहने की अचूक दवा साफ पानी साफ हवा” अतः हमें स्वच्छता हेतु जागरूकता अभियान समय-समय पर चलाते रहने चाहिए तब ही स्वच्छ पानी और स्वच्छ हवा मिल सकेगी। परिसर निदेशक डॉ. डी.सी. सिंह ने कहा कि हमें अपने खानपान में फास्ट फूड का पूर्णतया परहेज करना चाहिए और हमेशा संतुलित एवं पौष्टिक आहार का सेवन करना है तब हम पूर्णतया स्वस्थ रह पाएंगे।

कार्यक्रम संयोजक डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय पर्व मनाने का उद्देश्य तब पूर्णतया सफल माना जाएगा जब हम जनसमाज और विशेषकर नई पीढ़ी को जागरूक कर सकें। डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि नई पीढ़ी छात्र-छात्राओं को मोबाइल प्रतिस्पर्धा से थोड़ा समय रोजाना स्वस्थ रहने के लिए भी अपनी दिनचर्या में रखना है और प्रकृति ने कोविड-19 जैसी महामारी से संपूर्ण विश्व को जगाया है और वही अपने आप को सुरक्षित रख पाएं जिन्होंने जागरूक रहकर अपने रोग क्षमता को बढ़ाया है।

संगोष्ठी के बाद सभी संकाय सदस्यों कर्मचारियों छात्र-छात्राओं द्वारा श्रमदान कर स्वच्छता अभियान भी चलाया गया संगोष्ठी में शल्य विभाग की डॉ. सुमन कोहली ने प्रथम, काय चिकित्सा विभाग में डॉ. गणेश ने द्वितीय एवं द्रव्यगुण विभाग से डॉ. मनीषा बिष्ट ने तृतीय स्थान प्राप्त कर अपना अपना दबदबा कायम कर विजयी पुरस्कार पर कब्जा किया। संकाय विभागों को भी शोधार्थियों छात्र-छात्राओं की निष्ठा एवं अनुशासन के लिए पुरस्कृत किया गया जिसमें शल्य विभाग ने प्रथम, रस शास्त्र विभाग ने द्वितीय एवं शरीर रचना विभाग ने तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा बाल रोग विभाग को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

संगोष्ठी स्वच्छता श्रमदान कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. खेमचंद् शर्मा, डॉ. रमेश तिवारी, डॉ. शोभित, डॉ. सीमा जोशी, डॉ. रूबी अग्रवाल, डॉ. सुमन मिश्रा, डॉ. विशाल वर्मा, डॉ. शशिकांत तिवारी, डॉ. शैलेंद्र प्रधान, डॉ कीर्ति वर्मा, डॉ सूची मिश्रा ,डॉ वेद भूषण शर्मा, अमित सिंह, सुदामा जोशी, समीर, अनुज, सौरव, नवीन सैनी, डॉ. संजय सिंह एवं शोधार्थी छात्र-छात्राओं ने विशेष रूप से सक्रिय सहभागिता की।

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