गढ़वाल वि.वि. के सम सेमेस्टरों के परीक्षा आवेदन पत्र के लिए पोर्टल खुला, अन्तिम तिथि 21 मई, 2022, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। एसएमजेएन (पी.जी.) काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि महाविद्यालय में अध्ययरत बी.ए., बी.काॅम. तथा बी.एससी. चतुर्थ व षष्टम् सेम व एम.ए. तथा एम.काॅम. चतुर्थ सेमेस्टर के मुख्य परीक्षा/बैक पेपर परीक्षा के आवेदन पत्र व परीक्षा शुल्क विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर लाॅगइन करके भरे जा रहे हैं। छात्र-छात्रा द्वारा आनलाईन आवेदन पत्र व परीक्षा शुल्क दिनांक 07 मई, 2022 से प्रारम्भ होकर अन्तिम तिथि 21 मई, 2022 है। उसके पश्चात उक्त आवेदन पत्र की हार्ड काॅपी महाविद्यालय में दिनांक 21 मई, 2022 तक जमा करानी है।
मुख्य परीक्षा प्रभारी डाॅ. मन मोहन गुप्ता ने बताया कि समस्त छात्र-छात्रा विलम्ब शुल्क से बचने हेतु विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित अन्तिम तिथि से पूर्व ही अपना परीक्षा आवेदन पत्र व परीक्षा शुल्क विश्वविद्यालय तथा काॅलेज में जमा करा दें। डाॅ. गुप्ता ने बताया कि आवेदन पत्र के साथ काॅलेज का परिचय पत्र, अंकतालिका, परीक्षा शुल्क की रसीद संलग्न करनी अनिवार्य है। उक्त सेमेस्टर का परीक्षा का शुल्क विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर छात्र-छात्रा स्वयं ही आनलाईन जमा करायेंगे। छात्र द्वारा आवेदन-पत्र की हार्डकाॅपी महाविद्यालय में जमा करने के पश्चात ही महाविद्यालय प्रशासन द्वारा वैरीफाई किया जायेगा। छात्र-छात्रा के परीक्षा आवेदन पत्र को महाविद्यालय के वेरीफिकेशन के पश्चात छात्र अपना प्रवेश-पत्र डाउनलोड कर सकता है। यदि किसी छात्र को परीक्षा आवेदन पत्र भरने में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो छात्रा ई-गवर्नेंस हेल्प की मेल पर मेल करके समस्या का समाधान पा सकते हैं।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय माहेश्वरी ने बताया कि निर्धारित तिथि तक अपना परीक्षा आवेदन पत्र जमा न करने पर समस्त उत्तरदायित्व सम्बन्धित छात्र-छात्रा का होगा। इस तिथि के पश्चात् परीक्षा आवेदन पत्र विलम्ब शुल्क के साथ दिनांक 22 मई से 26 मई, 2022 तक भरे जा सकेंगे। प्रत्येक छात्र-छात्रा विश्वविद्यालय पोर्टल पर अन्तिम तिथि की प्रतीक्षा न करते हुए यथासमय पर अपना परीक्षा आवेदन-पत्र भरना सुनिश्चित करें। साथ ही परीक्षा आवेदन पत्र में छात्र-छात्रा केवल अपना ही मोबाईल नम्बर व ई-मेल आई.डी. ही अंकित करें, ताकि परीक्षा सम्बन्धी जानकारी छात्र-छात्रा को समयानुसार उपलब्ध करायी जा सके।