एसएमजेएन कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा चलाया गया स्वच्छता अभियान…
हरिद्वार। रविवार को एसएमजेएन महाविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी व पूर्व प्रधानमंत्री पं. लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के पूर्व दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा दोनों महापुरूषों की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किये गये तथा काॅलेज के छात्र-छात्राओं व शिक्षण-शिक्षणेत्तर कर्मचारियों द्वारा महाविद्यालय परिसर में मिलकर स्वच्छता अभियान चलाया गया।
इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को स्वच्छता के महत्व को समझाते हुए कहा कि छात्र ही राष्ट्र का आगामी भविष्य हैं एवं उन्हें मात्र भौतिक एवं सामाजिक स्वच्छता ही नहीं, अपितु मानसिक स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए। प्रो. बत्रा ने कहा कि गांधीवादी दर्शन, सदगुण एवं आचार विचारों को व्यक्ति के भीतर विकसित करते हैं। इसके लिए स्वच्छता को छात्र जीवन में अंगीकार करना आवश्यक है, यही राष्ट्रपिता को सच्ची स्वच्छांजलि होगी। प्रो. बत्रा ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए सभी छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया।
मुख्य छात्र कल्याण अधिष्ठाता डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने संयुक्त रुप से आह्वान किया कि सभी स्वच्छता के प्रति सजग रहें और उसके लिए समय दें। उन्होंने कहा कि बढ़ती बीमारियों को दूर करने के लिए स्वच्छता का बड़ा योगदान है। कोविड-19 महामारी में गांधी जी के स्वच्छता विचारों की प्रासंगिकता सम्पूर्ण विश्व के लिए सबक है।
कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डाॅ. सुषमा नयाल ने द्वारा गांधी जी के स्वच्छता सम्बन्धी अभियान में गांधीवादी विचार एवं बेहतर स्वास्थ्य के मध्य अन्र्तसम्बन्धता को समझाया गया।
इस अवसर पर प्रो. तेजवीर सिंह तोमर, डाॅ. नलिनी जैन, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. विजय शर्मा, वैभव बत्रा, श्रीमती रूचिता सक्सेना, विनीत सक्सेना, साक्षी गुप्ता, डाॅ. वन्दना सिंह, डाॅ. मिनाक्षी शर्मा, डाॅ. पल्लवी राणा, दीपिका आनन्द, डाॅ. सुगन्धा वर्मा, भव्या भगत, मोहन चन्द पाण्डेय, राजकुमार सहित रासेयो की छात्रा निशि, पायल, प्रीति, ममता रावत, खुशबू, स्वेता निषाद, अंशिका प्रजापति, अंजलि, गरिमा राजपूत, हेमा सिंह, शालिनी, आरती, पूजा, वंशिका, प्रेरणा आदि ने स्वच्छता अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की तथा गांधीवादी विचारों को अंगीकार करने का निश्चय किया।