11 फरवरी मोनी अमावस्या के स्नान को लेकर s.o.p. के विरोध में उतरे व्यापारी संगठन, सुभाष घाट पर करेंगे मौन सत्याग्रह
सुमित यशकल्याण
हरिद्वार। हरिद्वार के सुभाष घाट पर आज प्रदेश व्यापार मण्डल की एक बैठक आहुत की गई।
बैठक में 11 फ़रवरी के स्नान के लिए जारी की गई एसओपी के विरोध मे 11 फ़रवरी को सुभाष घाट पर मौन सत्याग्रह किये जाने का निर्णय लिया गया। बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि एसओपी कुम्भ के लिए जारी हुई है और कुम्भ का अभी तक नोटिफ़िकेशन ही नहीं हुआ है, उत्तर प्रदेश के माघ मेले की तर्ज़ पर खुले रूप मे कुम्भ मेले का आयोजन बिना किसी रोक-टोक के किया जाए।
बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा एसओपी कुम्भ के लिए जारी की गई है और सरकार द्वारा जब अभी तक कुम्भ का नोटिफ़िकेशन भी नही किया गया है तो कुम्भ की एसओपी 11 फ़रवरी के स्नान पर क्यों लागू की गई है, चौधरी ने कहा कि कुम्भ में राज्य की सीमाएँ खुली होनी चाहिए, कोरोना रिपोर्ट की बाध्यता समाप्त की जाए और हरिद्वार के होटल और धर्मशालाओं में रुकने की अनुमति दी जाए। चौधरी ने कहा कि व्यापारी अगर आवाज़ उठाता है तो उनके ऊपर झूठे मुक़दमे दर्ज किए जाते हैं।
बैठक को सम्बोधित करते हुए ज़िला अध्यक्ष शिवकुमार कश्यप व महानगर अध्यक्ष ने कहा कि एसओपी के विरोध में व्यापारी 11 फ़रवरी को मौन सत्याग्रह कर सरकार से माँग करेंगे कि यह काला क़ानून वापस लिया जाए, व्यापारी की हालत आज भीख मांगने की हो गई है, सरकार हम पर दया करे।
बैठक में मुख्य रूप से महानगर कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण शर्मा, महानगर महामंत्री सुमित अरोड़ा, हरकी पैड़ी अध्यक्ष सर्वेश्वरमूर्ति भट्ट, सुभाष घाट अध्यक्ष आदेश मारवाड़ी, ज़िला उपाध्यक्ष राजु वधावन, ज़िला कोषाध्यक्ष अजय अरोड़ा, ज़िला उपाध्यक्ष मास्टर सतीश शर्मा, सुमित शर्मा व रिक्की अरोड़ा आदि उपस्थित रहे।