बदहाल स्वास्थ सेवाओं में युद्धस्तर पर हो सुधार -पंडित अधीर कौशिक
सुमित यशकल्याण
हरिद्वार। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था को युद्धस्तर पर दुरूस्त करना चाहिए। अस्पतालों में अव्यवस्थाएं फैली हुई हैं। चिकित्सकों की कमी के चलते कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में वेंटिलेटर की कमी को दूर किया जाए। साथ ही अस्तपालों में वेंटिलेटर बेड की सुविधाओं को तेजी के साथ पूरा किया जाना चाहिए। पंडित अधीर कौशिक ने प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि लोग संक्रमण से मर रहे है। स्वास्थ्य विभाग उचित कदम नहीं उठा पा रहा है। बेहद ही गंभीर विषय है। डेढ़ वर्षो से मेला अस्पताल में तीस वेंटिलेटर डैमेज हैं। आॅपरेटर नहीं है। मरीजों के उपचार में बेहद ही लापरवाही बरती जा रही है। जनप्रतिनिधि मात्र सोशल मीडिया पर फोटो डालकर अपने कर्तव्य को दर्शाने का काम कर रहे हैं। उन्होंनंे कहा कि अस्पतालों की हालत देखकर आत्मा परेशान है। मन विचलित हो रहा है। शमशान घाट पर अव्यवस्थाएं हावी हैं। प्रदेश स्तरीय नेता अस्पतालों का बाहर से ही निरीक्षण कर लौट रहे हैं। दुख का विषय है कि व्यवस्थाओं में जनप्रतिनिधि अपनी उचित भागीदारी नहीं निभा पा रहे हैं। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए युद्ध स्तर पर जनप्रतिनिधियों व स्वास्थ्य विभाग को जुट जाना चाहिए। मेरा हरिद्वार किसी भी रूप में असहाय नजर ना आए। स्वच्छ सुन्दर संक्रमित रहित हरिद्वार को बनाने में अपनी भागीदारी निभानी होगी। मात्र उद्घाटनों से इस दौरान कुछ होने वाला नहीं है। राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को अस्पतालों की बदहाल सुविधाओं को तुरंत दुरूस्त करना होगा। कोराना की दूसरी लहर मरीजों के लिए खतरे का संकेत बनी हुई है। कुछ लोग बीमारी में भी लाभ कमाने की नीयत से मरीजों के परिजनों को लूटने खसोटने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर पुलिस को उचित कार्रवाई करनी चाहिए। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि जनप्रतिनधि अपने घरों से बाहर आएं। स्वास्थ्य सेवाओं में अपना सहयोग प्रदान करें। मात्र राजनैतिक नौटंकी नहीं चलने वाली है। जनता देख रही है। प्रदेश में अस्पतालों की कमी साफतौर पर दिखाई दे रही है।