श्रीमद्भागवत कथा के शुभारंभ पर श्री महाराजा अग्रसेन घाट समिति के तत्वाधान में निकाली गई कलश शोभायात्रा, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। रविवार को हरिद्वार में श्री महाराजा अग्रसेन घाट समिति के तत्वाधान में महाराज अग्रसेन घाट पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा भक्ति ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ पर हरिहर मंदिर से कथा स्थल तक कलश शोभायात्रा निकाली गयी। शोभायात्रा में सिर पर कलश रखे बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु सम्मिलित हुई।
समिति के अध्यक्ष रामबाबू बंसल ने बताया कि लोक कल्याण के उद्देश्य से आयोजित की जा रही श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास भागवताचार्य पं. मनोज भास्कर श्रद्धालु भक्तों को कथा का रसपान कराएंगे। कई जन्मों के पुण्य उदय होने पर ही कथा श्रवण का अवसर प्राप्त होता है। इसलिए अवसर का लाभ उठाते हुए परिवार सहित कथा श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित करें।
महामंत्री डॉ. विशाल गर्ग ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा मोक्षदायिनी है और गंगा तट पर कथा श्रवण का विशेष महत्व है। श्रीमद्भागवत कथा मोक्षदायिनी है और देवताओं को भी दुर्लभ है। देवभूमि उत्तराखंड की पावन धरा पर और हरिद्वार में मां गंगा के तट पर जो व्यक्ति इस कथा का श्रवण कर लेता है। उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का शमन हो जाता है और उसका जीवन सदैव ही उन्नति की ओर अग्रसर रहता है।
मनोज गुप्ता एवं अजय अग्रवाल ने कहा कि पापों से मुक्ति हेतु श्रीमद् भागवत कथा सर्वोपरि है। कथा व्यास भागवताचार्य पंडित मनोज भास्करने कहा कि मोक्ष प्राप्ति के लिए श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से अच्छा कोई उपाय नहीं है। सभी ग्रंथों का सार श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से सोया हुआ ज्ञान व वैराग्य जागृत हो जाता है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है।
कलश शोभायात्रा में विमला बंसल, श्रीमती नरेश रानी गर्ग, गौरी गर्ग, शालिनी गर्ग, नीलम आहूजा, अरूणा बंसल, रीतु गोयल, निशा सैनी, मनोज गुप्ता, अजय अग्रवाल, उमेश गुप्ता, आशीष मित्तल, सुनील अग्रवाल, मुकेश् अग्रवाल, पार्थ अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त सम्मिलित हुए।