चमोली ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद कल आयोजित होने वाला स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव स्थगित- स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज
हरिद्वार सुमित यशकल्याण
हरिद्वार। पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के ज्योतिष पीठ पर अभिषिक्त होने के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उनके सम्ममान में देश भर में स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में कल दिनांक 8 फरवरी को प्रयागराज में स्वर्ण ज्योति महा महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाना था, लेकिन ज्योतिषपीठ क्षेत्रांर्तगत रैणी नामक स्थान पर धौलीगंगा में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही हुई है। इसको दृष्टिगत रखते हुए स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव कार्यक्रम को स्थगित किए जाने का निर्णय लिया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद चमोली की रैणी गांव के समीप धौलीगंगा में ग्लेशियर टूटने से जनहानि व अन्य संसाधनों की हानी की सूचना है। इससे पर्यावरणीय क्षति भी हुई है । इसलिए कल होने वाले कार्यक्रम को स्थगित करते हुए इस प्राकृतिक आपदा में मृत हुए लोगों की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। आपको अवगत कराना है स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव कार्यक्रम इससे पूर्व उत्तराखंड के दो स्थान ज्योर्तिमठ व हरिद्वार एवं मध्य प्रदेश के परमहंसी आश्रम में आयोजित किया जा चुका है। प्रयागराज में यह चौथा स्वर्ण ज्योति महाम उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाना था। हमारा साफ तौर पर मानना है कि प्रकृति के विपरीत होने वाले किसी भी कार्य का पर्यावरण , प्राकृतिक संसाधनों एवं मानव जाति पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। हम इसीलिए शुरुआती दौर से ही गंगा एवं इसकी सहायक नदियों पर बनाए जाने वाले बड़े बांधों का विरोध करते आ रहे हैं।
स्वामिश्रीः १००८ अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती जी महाराज, (शिष्य प्रतिनिधि- जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज)