प्राचीन छड़ी यात्रा पहुची रुद्रप्रयाग, हुआ स्वागत,
हरिद्वार/ गोपाल रावत
हरिद्वार। सीता माता की जन्मस्थली सीतामढ़ी पौड़ी गढ़वाल में दर्शन व पूजा अर्चना के पश्चात मंगलवार को जूना अखाड़े की प्राचीन पवित्र छड़ी रूद्रप्रयाग पहुची। जहंा उपजिलाधिकारी विजय कुमार तिवारी,पुलिस उपाधीक्षक दीपक सिंह व जूना अखाड़े के उत्तराखंड मंडल की श्रीमहंत शिवानंद गिरि महाराज ने गणमान्य नागरिकों के साथ पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर छड़ी के प्रमुख महंत सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज व साधुओं के जत्थे का माल्यापर्ण कर स्वागत किया।
स्वागत के पश्चात् परम्परागत पर्वतीय वाद्ययंतों ढोल,दमाउ,हुड़का,मश्कादीन व नाग तुरही की तुमुल ध्वनि के मध्य पवित्र छड़ी नगर भ्रमण करती हुई पौराणिक कोटेश्वर महादेव मन्दिर पहुची। श्रीमहंत शिवानंद गिरि महाराज ने बताया कोटेश्वर महोदव स्थित इस पौराणिक गुफा में छिपकर शिवजी महाराज ने भष्मासुर राक्षस से अपने प्राण बचाये थे। पवित्र अलकनंदा नदी के तट पर स्थित इस पौराणिक गुफा में सवनिर्मित प्राकृतिक शिवलिंग तथा अन्य प्रतिमाएं है। यहां पवित्र छड़ी को अलकनंदा के जल में स्नान कराकर पौराणिक गुफा में लाया गया,जहां भगवान शिव का अभिषेक कर पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की गयी तथा देश की समृद्वि,शांति व खुशहाली व कोरोना की समाप्ति के लिए साधु-संतो ने प्रार्थना की।
छड़ी यात्रा में शामिल छड़ी महंत पुष्करराज गिरि,श्रीमहंत शिवदत्त गिरी,श्रीमहंत विशम्भर भारती,महंत अजयपुरी,महंत आकाश गिरि, महंत रूद्रानंद सरस्वती,महंत कमलभारती,महंत केदार भारती,महंत हरिओम पुरी,महंत मनोहर पुरी,कोरोबारी महंत महादेवानंद गिरि,महंत गुप्तगिरि,महंत गंगा गिरी आदि शाम को सोनप्रयाग रात्रि विश्राम के लिए रवाना हो गये। बुधवार 23सितम्बर को पवित्र छड़ी केदारनाथ धाम के लिए रवाना होगी।