प्रत्येक सनातनधर्मी के प्रेरणा स्रोत हैं आदि गुरू शंकराचार्य-पंडित अधीर कौशिक
सुमित यशकल्याण
हरिद्वार। जगद्गुरु आदि शंकराचार्य के अवतरण दिवस के अवसर पर श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा और श्री अखंड परशुराम अखाड़ा की और से आद्य शंकराचार्य के चित्र पर माल्यार्पण कर सनातन हिन्दू धर्म के उत्थान के संकल्प के साथ वैश्विक आपदा कोरोना से संसार को मुक्ति और विश्व कल्याण की कामना की गयी। इस दौरान कोरोना के चलते किए गए लाॅकडाउन में संकट का सामना कर रहे निर्धर बेसहारा लोगों को भोजन वितरण भी किया गया। शंकराचार्य जयंती पर निर्धारित कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुए किए गए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमहंत साधनानंद महाराज ने कहा कि देश दुनिया मे सनातन धर्म की पताका फहराने तथा समाज को एकजुट करने वाले आद्य गुरू शंकराचार्य का जीवन दर्शन सभी को प्रेरणा देता है। सभी को उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए सनातन धर्म के उत्थान, संरक्षण व संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि भगवान शिव के अवतार आदि गुरू शंकराचार्य प्रत्येक सनातनधर्मी के पे्ररणा स्रोत हैं। आदि गुरू शंकराचार्य ने देश दुनिया का भ्रमण कर सनातन धर्म प्रसार कर समाज को एकजुट किया। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर सनातन धर्म के उत्थान का संकल्प ही उनकी जयंती की सार्थकता है।
इस अवसर पर शुक्ला नंद ब्रह्मचारी, पंडित जयदीप शास्त्री, प्रयागराज गिरी महाराज, पंडित मनोज चेतन, चतुर्भुजा नंद लक्कड़ वाले बाबा, रामकुमार, महीप तिवारी, अवनीश कुमार शर्मा, शीतला प्रसाद उपाध्याय, सुनील कुमार तिवारी, अमित उपाध्याय, शैलेश कुमार उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।