महंत दुर्गादास गुट को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी, लगा हाई वोल्टेज करंट, जानिए मामला
हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन कनखल से बड़ी खबर है। अखाड़े के 03 महंत दुर्गादास, महेश्वरदास, अदुवतानंद को एक बार फिर कोर्ट से मुंह की खानी पड़ी है। सिविल जज विशेष श्रेणी , इलाहाबाद के फैसले को तीनों महंतो ने हाईकोर्ट में चैलेंज किया था। हाई कोर्ट इलाहाबाद ने सुनवाई करते हुए रिट को खारिज कर दिया है। जिससे तीनों महंतो द्वारा की गई कार्रवाई अवैध घोषित की गई है। एक बार फिर तीनों महंतो को हाई वोल्टेज करंट लगा है। महंत रघुमुनि महाराज, कोठारी दामोदर दास और अन्य संतों के खिलाफ किए गए प्रस्ताव को न्यायालय द्वारा प्रस्तावों को खारिज कर पहले ही स्टे दिया हुआ है।
अखाड़े के कोठरी महंत दामोदर दास ने बताया कि पिछले दिनों अखाड़े के 03 महंतो द्वारा असवैधानिक कार्य करते हुए एक तरफा महंत रघुमुनि, कोठारी दामोदरदास महाराज सहित अन्य संतों के खिलाफ प्रस्ताव पास किया था। उसके बाद अखाड़े में हुई पश्चिम पंगत की भेख मंडल की बैठक में उक्त प्रस्ताव की निंदा की थी और तीनों ही महंतो का बहिष्कार भी कर दिया था ।
जिसके खिलाफ हम लोग कोर्ट गए थे, सिविल जज वरिष्ठ श्रेणी, इलाहाबाद कोर्ट ने सुनवाई करते हुए उक्त प्रस्ताव को खारिज करते हुए पूरे मामले में स्टे कर दिया है।
जिसको लेकर महंत दुर्गादास गुट द्वारा हाईकोर्ट इलाहाबाद में एक रिट दायर की गई थी। जिस पर बृहस्पतिवार को सुनवाई करते हुए माननीय कोर्ट ने खारिज कर दिया है
उन्होंने कहा कि अखाड़े में कुछ शरारती तत्व मिलकर अखाड़े की संपत्ति को खुर्द बुर्द कर देंना चाहते है। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे थे,
उन्होंने बताया कि माननीय न्यायालय के आदेश के बाद अखाड़े के महंत रघुमुनि है और अखाड़े के कोठारी महंत दामोदर दास महाराज हैं इसके साथ ही अन्य सभी पदाधिकारी अपने पदों पर बने हुए है,
इसको लेकर महंत दुर्गादास से फोन पर बात करने का प्रयास किया गया उनका फोन स्विच ऑफ था।