1 दिन क्यों टला नए सीएम का शपथ ग्रहण। जानिए कारण
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद पर युवा चेहरे पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी होने के साथ ही भाजपा में भीतरी राजनीति गरमा गई है और तेजी के साथ खेमे बंदी चालू हो गई है ,विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शनिवार को ही धामी को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी थी, परंतु भाजपा के भीतर उपजे असंतोष को देखते हुए उनकी शपथ का कार्यक्रम 1 दिन के लिए टाल दिया गया और अब वे आज शाम 6 बजे राजभवन में शपथ लेंगे।
शनिवार की दोपहर 3:30 बजे भाजपा मुख्यालय में निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जैसे ही मुख्यमंत्री पद के लिए पुष्कर सिंह धामी का नाम प्रस्तावित किया और पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने उनके नाम पर मोहर लगा दी वैसे ही भाजपा के वरिष्ठ नेता कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज नाराज होकर बैठक से उठकर चल दिए ना उन्होंने भाजपा के किसी वरिष्ठ नेता से बात करें और ना ही वह मीडिया से मुखातिब हुए उनके इन तीखे तेवरों को देखकर बैठक में सन्नाटा छा गया और ना ही कोई भाजपा का नेता उन्हें रोकने के लिए आगे बढ़ा,
केंद्रीय पर्यवेक्षकों को पहले से ही मालूम था कि पुष्कर सिंह धामी के नाम की मुख्यमंत्री के तौर पर घोषणा होने के बाद सतपाल महाराज की नाराजगी सामने आएगी ,सतपाल महाराज के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल भी खासे नाराज बताए जा रहे हैं उनका नाम मुख्यमंत्री के लिए सबसे आगे चल रहा था, चुफाल के अलावा धन सिंह रावत पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक भी धामी के नाम पर नाराज बताए जा रहे हैं,
दरअसल धन सिंह रावत ,बिशन सिंह चुफाल और सतपाल महाराज को मुख्यमंत्री पद पर काबिज होने से रोकने के लिए भाजपा में नए समीकरण बन कर उभरे, इन समीकरणों के तहत केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आपस में हाथ मिला लिया और दोनों ने सतपाल महाराज धन सिंह रावत और बिशन सिंह चुफाल को मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने ही नहीं दिया, कोश्यारी और निशंक ने पुष्कर सिंह धामी के नाम को मुख्यमंत्री पद के लिए आगे बढ़ाया, बहुत अर्से बाद दोनों नेता एक साथ एक खेमे में आए जिसके परिणाम स्वरूप धामी को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिल गई और सतपाल महाराज मदन कौशिक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का खेमा अलग-थलग पड़ गया है सतपाल महाराज को मुख्यमंत्री बनाने के लिए विजय बहुगुणा, सुबोध उनियाल, भुवन चंद खंडूरी, यशपाल आर्य, हरक सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत बिल्कुल तैयार नहीं थे बताया जा रहा है कि भाजपा के 57 विधायकों में से 25 विधायक मुख्यमंत्री के चयन को लेकर सख्त नाराज बताए जा रहे हैं मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आज रविवार को शाम 6 बजे होगा उससे पहले नाराज भाजपा नेताओं को मनाने की कवायद जारी है।