कोलकाता महिला डॉक्टर और उधम सिंह नगर में नर्स के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में आप ने निकाला कैंडल मार्च…
हरिद्वार। आम आदमी पार्टी ने कोलकाता में महिला डॉक्टर और उधम सिंह नगर में नर्स तस्लीम की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या के विरोध में रविवार को भगत सिंह चौक से प्रेम नगर आश्रम घाट पर पैदल कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी।
पार्टी की निवर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष महिला मोर्चा हेमा भंडारी ने कहा कि महिलाओं पर बढ़ते अपराध चिंताजनक है। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। दोनों ही हत्याकांड ने निर्भया हत्याकांड और अंकिता भंडारी हत्याकांड की याद दिला दी। यदि अंकिता हत्याकांड पर सरकार ने सख्त कानून बनाकर आरोपियों को सजा दिलाई होती तो उधम सिंह नगर में महिला नर्स के साथ ऐसी घटना ना होती। देश की राजधानी में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। केवल धरने प्रदर्शन और कैंडल मार्च निकालने से कुछ होने वाला नहीं केंद्र सरकार को महिला उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है। निवर्तमान जिला अध्यक्ष इंजीनियर संजय सैनी ने कहा कि दोनों ही घटनाओं ने देश को शर्मसार किया है। दुष्कर्म जैसी घटना कोई सामान्य अपराधी नहीं कर सकता यह मानसिक बीमारी है, 13 अगस्त को आईएसबीटी देहरादून में, एक मानसिक रूप से विकलांग नाबालिक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। ऐसे लोगों को चिन्हित करना आवश्यक है। कोलकाता में महिला डॉक्टर की जिस तरह दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या की गईं, ऐसे मामलों में अपराधी को तुरंत फांसी की सजा होनी चाहिए। आम आदमी पार्टी काफी लंबे समय से दुष्कर्म पीड़ित मामलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट चलाकर दोषियों को फांसी की मांग करती रही है।
निवर्तमान महानगर अध्यक्ष अनिल सती ने कहा कि कोलकाता में डॉक्टर महिला की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या के बाद जिस तरह अस्पताल प्रबंधन ने पूरे मामले को आत्महत्या बताने का प्रयास किया इसमें अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यदि अंकिता भंडारी हत्याकांड में समय रहते राज्य सरकार ने सीबीआई जांच कराई होती तो आज हत्यारे सख्त सजा काट रहे होते और उधम सिंह नगर जैसी घटना नहीं होती। अंकिता हत्याकांड में भी जिस तरह आरोपी पुलकित आर्य ने जेलर पर हाथ उठाया ऐसे अपराधी सभ्य समाज का हिस्सा नहीं हो सकते। आम आदमी पार्टी दोनों ही आरोपियों को फास्ट ट्रैक चला कर फांसी की सजा की मांग करती है। प्रदर्शन में अनिल सती, यशपाल सिंह चौहान, ममता सिंह, प्रियंका, गीता देवी, धीरज पीटर, अमनदीप, अजय मुखिया, पवन कुमार, मयंक गुप्ता, अकरम, राकेश लोहाट, सागर तेश्वर, शाहीन अशरफ, आरिफ पीर, रविंद्र कुमार, डॉ. मेहरबान अली, शुभम सैनी, बिजेंदर कश्यप, कशिश, रामप्रकाश कौशल, प्रवीण कुमार, श्रवण गुप्ता, सचिन, विकास, खालीद हसन, सुखलाल, निर्माण सैनी, रमेश, अजय, अशोक सिंह, विजय, मध्य सागर शर्मा, शुभम, रविंद्र कुमार, आशीष, अशरफ, सद्दाम साल वाला, पुष्कर चौहान, मनोज कुमार, पुष्कर धीमान, पूनम देवी, सत्ता दी, इमरान, अक्षय सैनी, अजय राय, प्रवेश, सत्तारी, इमराना सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।