31 यूके एनसीसी बटालियन के 600 कैडिट्स को डॉ.नरेश चौधरी ने प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण देकर किया प्रशिक्षित…
हरिद्वार। इंडियन रेडक्रॉस उत्तराखंड के तत्वाधान में जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.राजेश कुमार सिंह के निर्देशन में इंडियन रेडक्रॉस उत्तराखंड के चेयरमैन डॉ.नरेश चौधरी ने 31 यूके एनसीसी बटालियन के 600 एनसीसी कैडिट्स एवं उनके साथ आये समस्त एनसीसी प्रभारियों को यूनिवर्सिटी ऑफ पतंजलि नेचुरोपैथी एंड योगा साइंस औरंगाबाद हरिद्वार के परिसर में प्राथमिक उपचार/ सहायता (First Aid Training) देकर प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण में डॉ.नरेश चौधरी ने प्राथमिक उपचार की परिभाषा, उद्देश्य एवं प्राथमिक उपचार की आवश्यकता के विषय पर विशेष रूप से प्रकाश डालते हुए लाइव डेमोंसट्रेशन भी प्रतिभागियों से स्वयं कराया। डॉ.नरेश चौधरी ने मानव शरीर रचना के सभी तंत्रों की विस्तृत जानकारियां भी प्रतिभागियों को दी।आकस्मिक घटना घटित होने पर घायलों को किस प्रकार का आकस्मिक उपचार एवं सहायता दी जानी है और शीघ्र, अति शीघ्र नजदीकी अस्पताल में घायल को पहुंचना है, इन सभी की सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक जमीनी जानकारियां भी देते हुए कहा कि हमें ज्यादा से ज्यादा जन समाज को जागरुक कर फर्स्ट मेडिकल रिस्पांडर बनाना है जो समय से आवश्यकता होने पर प्राथमिक सहायता उपलब्ध कराएंगे और घायलों के बहुमूल्य जीवन को बचाकर जनहानि को भी किसी भी आपदा में कम से कम करने में सहायक सिद्ध होंगे।
डॉ.नरेश चौधरी ने प्रतिभागियों को सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिसिएशन) “दिल की धमनी को पुनः चालू करना” का विशेष रूप से लाइव डेमोंसट्रेशन कर सभी को प्रायोगिक अभ्यास भी कराया। जिससे सभी में सीपीआर देने में आत्मविश्वास बढ़ाया जा सके और आवश्यकता पड़ने पर सभी फर्स्ट मेडिकल रिस्पांडरस पीड़ितों के बहुमूल्य जीवन की रक्षा कर सके। प्रशिक्षण में उत्तराखंड के सभी जनपदों के 600 एनसीसी कैडिट्स प्रभारी एवं आर्मी के अधिकारियों को प्राथमिक उपचार देने के लिए प्रशिक्षित किया। जो कि उत्तराखंड के विभिन्न आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मददगार साबित होंगे। कमांड कर्नल विनय मल्होत्रा एवं प्रशासनिक अधिकारी कर्नल वीरेंद्र सिंह ने इंडियन रेडक्रॉस उत्तराखंड के चेयरमैन डॉ.नरेश चौधरी को विशेष रूप से आर्मी की ओर प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया एवं उनका का आभार प्रगट करते हुए धन्यवाद भी ज्ञापित किया। प्रशिक्षण में सूबेदार मेजर महेंद्र सिंह, सूबेदार इंद्र बहादुर, हवलदार सुनील कुमार, हवलदार गुरजिंद्र सिंह, सूबेदार विजयराम, सूबेदार माकन सिंह आदि ने सक्रिय सहभागिता की।