कोविड -19 वैक्सीनेशन सेंटर पर लाभार्थियों में कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज़ लगवाने के लिये विशेष उत्साह, जानिए…
हरिद्वार। जिलाधिकारी सी. रविशंकर के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.एस.के.झा के मुख्य संयोजन एवं वैक्सीनेशन सेंटर के नोडल अधिकारी/रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी के संयोजन में जनपद हरिद्वार में कोविड-19 वैक्सीन 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों एवं वरिष्ठ नागरिकों को वैक्सीन लगाने का विशेष अभियान जोर-शोर से चल रहा है। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड-19 वैक्सीन सेंटर्स पर 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों को वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज़ के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिक लाभार्थियों को द्वितीय डोज़ लगवा कर कोविड-19 महामारी से सुरक्षित किया जा रहा है और सभी लाभार्थी वैक्सीनेशन सेंटर पर उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिये रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी की विशेष सराहना करते हुए जनसमाज को जागरूक कर रहे हैं कि कोविड-19 की तृतीय लहर को मद्देनजर रखते हुए शीघ्र अति शीघ्र कोविड-19 वैक्सीन जरूर लगवाएं। ऋषिकुल सेंटर पर 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों को सेंटर पर ही बिना लाइन पर लगे हुए, पंजीकरण एवं प्रमाणित करने के उपरान्त कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज़ एवं वरिष्ठ नागरिकों को द्वितीय डोज़ लगाई जा रही है, जिससे लाभार्थियों में ऋषिकुल वैक्सीन सेंटर पर वैक्सीन लगवाने के लिये विशेष उत्सुकता दिख रही है। विगत दिवस ऋषिकुल वैक्सीन सेंटर पर लाभार्थियों की संख्या हजारों में थी, वैक्सीन डोज सीमित होने के कारण 501 लाभार्थियों को वैक्सीन डोज़ लगाई जा सकी उसके बाद वैक्सीन से वंचित लाभार्थियों को रेडक्रॉस स्वयंसेवकों द्वारा समझाया-बुझाया गया कि वैक्सीन सीमित ही है, जिससे सभी लाभार्थियों को वैक्सीन नहीं लग पाई। वैक्सीन आने के उपरान्त वैक्सीन से वंचित सभी लाभार्थियों को सर्वोच्च प्राथमिकता से वैक्सीन डोज़ लगवाई जायेगी। उसके बाद वैक्सीन से वंचित लाभार्थी कुछ समयोपरान्त वैक्सीन आने की उम्मीद को संजोये हुए वापिस अपने-अपने घरों को लौट गये। ऋषिकुल वैक्सीन सेन्टर पर डॉ. नरेश चौधरी एवं रेडक्रॉस स्वयंसेवकों द्वारा लाभार्थियों को वैक्सीन की डोज़ लगवाकर समाज में एक ऐसा संदेश दिया जा रहा है कि कोविड-19 वैक्सीन लगाने की व्यवस्था जो भारत सरकार, राज्य सरकार, जिला प्रशासन द्वारा की गयी है उसी का पालन करते हुए अपनी बारी आने पर कोविड-19 वैक्सीन सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर लगवानी चाहिए। रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी कोविड-19 वैक्सीन सेंटर पर सभी लाभार्थियों को वैक्सीन डोज़ देने से पहले कोविड-19 गाइडलाइन पालन के लिये प्रेरित करते हैं तथा साथ ही साथ सभी लाभार्थियों को विशेष रूप से संकल्प दिलाते हैं कि कोविड-19 गाइडलाइन पालन करना आवश्यक है। सभी लाभार्थियों को विशेष रूप से आह्वान भी करते हैं कि आप सभी, जब वैक्सीन लगवाने के उपरान्त जन समाज में जाये तो समाज को अवश्य रूप से जागरूक करें कि कोविड-19 महामारी का नया वेरिएंट “डेल्टा प्लस” हम सब को ग्रसित न कर दे, इसलिये सभी को लापरवाही नहीं करनी है, मास्क का प्रयोग अवश्य करना है, सामाजिक दूरी का पालन करना है, हाथों को बार-बार धोना है अथवा सैनिटाइज करना है एवं अपने घर एवं कार्यस्थल की सफाई रखनी है, तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर अनावश्यक जाने से बचना है, विशेष संदेश “दवाई भी और कड़ाई भी” का पालन स्वयं भी करना है एवं सम्पूर्ण जन समाज को भी पालन करने के लिए प्रेरित करना है।
वैक्सीन लगवाने वालों में मुख्य रूप से श्री पंचायती उदासीन बड़ा अखाडा के श्रीमहंत रघुमुनि ने कोठारी महंत दामोदर दास के साथ ऋषिकुल सेन्टर पर पहुंचकर वैक्सीन की द्वितीय डोज़ लगवाई। वैक्सीन डोज लगवाने वालों में नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन राजकुमार अरोड़ा अपने परिवार सहित, यातायात पुलिस अधीक्षक प्रदीप राय के पिता श्री महेन्द्र नाथ राय, सहगल परिवार से श्रीमती तिलक कुमारी सहगल, श्रीमती वीना सहगल, प्रेस क्लब के महासचिव राजकुमार की धर्मपत्नी श्रीमती उषा ने भी कोविड-19 वैक्सीन की डोज़ लगवाकर समाज को संदेश दिया कि अपनी बारी आने पर वैक्सीन की डोज वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर अवश्य लगवायें और कोरोना महामारी से स्वयं को एवं अपने परिवार को सुरक्षित करेें।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डॉ. नलिंद असवाल ने भी वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण किया और वैक्सीन सेन्टर पर सहयोग कर रहे रेडक्रॉस स्वयं सेवकों के सहयोग एवं उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिये रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी की विशेष सराहना करते हुए प्रशंसा की।
रेडक्रॉस स्वयं सेवकों में विकास देसवाल, डॉ. भावना जोशी, डॉ. वैशाली, डॉ. स्वप्निल, डॉ. उर्मिला पांडे, पूनम, अनिरुद्ध नामदेव, सम्पदा कपूर, प्रतीक्षा, प्रदीप कुमार, राहुल पाण्डेय, वैशाली, अभिषेक गुप्ता, डॉ. शैलजा, सलोनी, शशांक प्रताप सिंह, दीपांशा, पृथा बसु, मयंक नेगी, आराधना सिंह, मेघा, दीपक, सतेन्द्र सिंह नेगी, संतोष कुमार, अंकित कुमार आदि के द्वारा सक्रिय सहयोग किया गया।