कुंभ मेले की कवरेज दिल्ली से आये पत्रकार को पड़ी भारी, गंगा स्नान के दौरान उठाईगिरे ने कपड़े,मोबाइल,पर्स पर किया हाथ साफ,जानिये मामला
आशीष मिश्रा…
कुम्भ मेला हरिद्वार। दिल्ली से कुम्भ कवरेज की लालसा में हरिद्वार पहुंचकर गंगा स्नान करना मीडिया कर्मी को ऐसा भारी पड़ा कि तन पर एक कच्छे के अलावा कुछ नही बचा। जी हां यह कहानी नही बल्कि सत्य है। हुआ यह कि कोरोना के इस दौर में
दिल्ली से एक मीडियाकर्मी हरिद्वार पहुंचा। सीधा मीडिया सेंटर में पहुंच इस पत्रकार ने अपने लिए आवास का प्रबंध भी कर लिया। सुहाना मौसम, सजे घाटों और कुम्भ का पर्व… मन से धार्मिक इस मीडियाकर्मी का मन भी गंगा में डुबकी को मचल उठा… लोगों से पूछा कहाँ नहाएं.. इस बीच एक तिलकधारी पत्रकार ने इस मीडियाकर्मी को बता दिया कि असली ब्रह्मकुंड हरकीपैडी नहीं बल्कि मीडिया सेंटर के पास बह रही नीलधारा है। दिल्ली की आपाधापी से परेशान इस मीडियाकर्मी ने गंगा में छलांग मार दी….
गंगा में पहला गोता लगाने के बाद जैसे ही यह मीडियाकर्मी बाहर निकला… कहानी ने फिल्मी मोड़ ले लिया… इस मीडियाकर्मी के जूते, पैंट, शर्ट, तौलिया, दो महंगे फोन सब गायब थे… किसी उठाईगिरे ने कुछ भी नही छोड़ा और लेकर भाग गया… इस मीडियाकर्मी की हालत खराब हो गई…. ईश्वर भला करे… यह मीडियाकर्मी पटरे वाली नेकर पहनता था… किसी तरह पड़ोस के घाट पर पहुंचकर इसने परिचित को फोन किया.. परिचित ने मौके पर पहुंच कर इसे एक कुर्ता और एक पैंट उपलब्ध कराए… पर यहां भी इस मीडियाकर्मी की किस्मत धोखा दे दी। पैंट निकली बड़ी ऐसे में एक साधू से गमछा लेकर इसने बेल्ट बनाई… मीडियाकर्मी ने पुलिस में तहरीर दे दी है … अब ये भाई यही गुनगुना रहा है….
‘ कसमें वादे.. प्यार- वफ़ा सब… वादे हैं वादों का क्या??
नोट- कहानी सत्य घटनाओं पर आधारित है… पर लोक लाज के चलते हम मीडियाकर्मी का नाम नही बता सकते.. पाठकों से आग्रह है वे फोन कर पूछने की कोशिश भी ना करें….