कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कददावर नेता प्रमोद खारी…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कददावर नेता प्रमोद खारी ने भाजपा समर्थित प्रत्याशियों पक्ष में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया। उन्होंने अपने सभी समर्थकों से भाजपा प्रत्याशियों को भारी बहुमत से जीत दिलाने की अपील की। इसी के साथ गुर्जर समाज के सभी साथियों से आहृवान किया कि अधिक से अधिक भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को वोट देकर विजयी बनाए।
22 सितंबर 2022 को लक्सर के बैंकट हॉल मेें भारी समर्थकों के साथ प्रमोद खारी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटट, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में प्रमोद खारी अपने सैकड़ों साथियों के साथ भाजपा में शामिल हुए। बताते चले कि प्रमोद खारी की लक्सर में लोकप्रियता है। उनको लक्सर विधानसभा क्षेत्र में बड़ा प्रभाव है। जनता की सेवा करने की भावना प्रमोद खारी के व्यक्तित्व को बढ़ाती है। प्रमोद खारी के भाजपा में शामिल होने के साथ ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। युवा चेहरा होने के साथ ही ऊर्जावान नेता प्रमोद खारी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल में पारदर्शी सरकार की कार्यशैली से बेहद प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए है। उन्होंने सार्वजनिक मंच से इस बात को कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में ईमानदारी सर्वोपरि रही। भाजपा में भष्टाचार की कोई जगह नही है। भाजपा में ईमानदारी से कार्य करने वाले नेता को उचित सम्मान मिलता है। ऐसे में वह भाजपा परिवार का हिस्सा होने पर गर्व की अनुभूति कर रहे है।
प्रमोद खारी ने बताया कि बीस साल कांग्रेस में रहने के बाबजूद खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है। लेकिन वह भाजपा की आजीवन सेवा करेंगे। वह बिना की लोभ लालच के पार्टी में शामिल हुए है। पार्टी जो जिम्मेदारी देंगी, उसको पूरी ईमानदारी से निभायेंगे। भाजपा की रीति नीति से बेहद प्रभावित है। कार्यकर्ताओं का सम्मान करने वाली भारतीय जनता पार्टी को वह मजबूत करेंगे।
गौरतलब है कि प्रमोद खारी ने अपने सदस्यता कार्यक्रम में हरिद्वार से लेकर लक्सर, मंगलौर, खानपुर से कई कांग्रेसी व बसपा नेताओं को भाजपा में शामिल कराया है। इसके अलावा दिल्ली और गाजियाबाद के भी कई युवा चेहरे भाजपा में शामिल हुए। फिलहाल प्रमोद खारी पंचायत चुनाव में भारी के पक्ष में मतदान कराने के लिए जुट गए है।