धर्मनगरी में बढ़ते स्मैक और नशे के कारोबार के खिलाफ युवाओं ने चलाया हस्ताक्षर अभियान, कहां जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
कनखल / हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में अवैध नशे का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ा ही जा रहा है। जिसके कारण हरिद्वार शहर की युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में होती जा रही है। हरिद्वार स्थित भोलेनाथ की ससुराल कनखल के स्थानीय युवाओं ने स्मैक और नशे के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया।
अभियान के दौरान उपेंद्र धीमान पूर्व पार्षद नगर निगम हरिद्वार ने बताया कि कनखल की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि यहां नशे का कारोबार पिछले कुछ सालों से बहुत ही तेजी से बढ़ा है जिसके कारण यहां का युवा ही नहीं बल्कि उनके परिजन भी बढ़ते नशे से प्रभावित हुए है। इसके चलते आज कनखल में एक सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य यही है कि यहां की पुलिस जागरूक हो और अवैध नशा कारोबारियों के खिलाफ हो। यदि कैसा नही होता है तो इस बार से भी बड़े स्तर पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।
वहीं तीर्थ पुरोहित प्रवीण शर्मा ने कहा कि हम पिछले कई सालों से महसूस कर रहे हैं कि कनखल में स्मैक जैसे घातक नशे का प्रयोग हो रहा है। जिसके कारण यहां के युवकों में इस का असर बढ़ गया है। उन्हेंने कहा कि नशा करने वाले युवाओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है साथ ही उसे आर्थिक नुकसान भी होता है और इतना ही नही इन युवाओं के परिजनों पर भी इसका बहुत प्रभाव पड़ रहा है। इसी के चलते आज हमारा हस्ताक्षर अभियान प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित है की नशे की जो सामाजिक बुराई है जो युवाओं की पीड़ा है उसको आप भली-भांति समझते हुए स्मैक जैसे अन्य नशों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाएं या कोई ऐसा कानून लाये की अवैध नशा कारोबारीयों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि हमारा सभी जनप्रतिनिधियों से भी निवेदन है कि आप जब भी हमारे घरों पर वोट मांगने के लिए आए तो हमें यही विश्वास दिलाये की क्षेत्र में कोई भी अवैध नशे का कारोबार नहीं होगा।
हस्ताक्षर अभियान में व्यापारी नेता जतिन हांडा, सतपाल (सत्ता), हन्नी, नितिन तेश्वर, अरुण मिश्रा, जय प्रकाश, विवेक शर्मा, दीपक गौनियाल, सोनू, जग्गी, रणवीर शर्मा, हिमांशु राजपूत, विवेक कौशिक, मनोज खन्ना, मनीष शर्मा उर्फ़ कालू, मयंक गुप्ता, शिवम शास्त्री, अविनाश शास्त्री, आकाश वर्मा, डॉ. हिमांशु शर्मा, डॉ. शीतांशु शर्मा आदि उपस्थित रहे।