राज्य कर्मचारियों ने 02 घंटे का कार्य बहिष्कार कर किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री से ये की मांग, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। सोमवार को चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड के द्वारा पूर्व घोषित आंदोलन कार्यक्रम के तहत तीसरे चरण में कर्मचारियों ने चिकित्सालयों/कार्यालयों में उपस्थित लगाकर दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा, दीपक धवन, प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार ने कहा कि 14 जुलाई से कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है इस बीच मंत्री, विधायक को पूरे प्रदेश में ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया गया, किन्तु आज तक किसी ने भी वार्ता के लिए नहीं बुलाया और ना ही कोई ठोस कार्यवाही की गई, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है तथा जो कभी भी उग्र हो सकता है।
प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण सिंह, उपशाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह, जिला मंत्री राकेश भँवर, वरिष्ठ सलाहकार अर्जुन सिंह ने कहा कि कर्मचारियों के कोविड महामारी में कार्य करने का इनाम मिला है कि अपनी मांगों के लिये आंदोलन करना पड़ रहा है, कोई इस संवर्ग की सुनने वाला नहीं है, मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि कृपया कर्मियों की पीड़ा पर ध्यान दें जिससे कर्मचारी अपने कार्य को पूर्ण मनोयोग से कर सके।
कार्य बहिष्कार करने वालों में जिला, मेला, महिला, टीबी चिकित्सालय सीएमओ कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार का घेराव कर अपनी जनपद स्तर की मांगों तथा तीन कर्मचारियों जो कार्यालय में कार्यरत हैं उनको कोविड कार्य के लिए सम्मान के लिए नाम भेज दिया गया, जबकि सम्मान के लिए कोविड चिकित्सालयों और चिकित्सालयों क्षेत्रों में कार्य कर रहे सफाई कर्मियों, आशा कार्यकर्ताओं, संविदा कर्मियों को मिलना चाहिए था जिसके लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि भविष्य में इसको सुधारा जाएगा, कर्मियों की मांगों का निस्तारण 10 दिवस में करने का आश्वासन दिया।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि 27 जुलाई को भी पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार पर रहेंगे, 29 जुलाई को महानिदेशक कार्यालय का घेराव प्रदेश के कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा, इसमें आने वाली कोई भी राजकीय बाधा का उत्तरदायित्व महानिदेशालय का होगा। 30 जुलाई से बिना अन्न ग्रहण करे कार्य करेंगे, इस दौरान यदि किसी कर्मचारी को कुछ होता है तो इसका सीधे-सीधे महानिदेशक का उत्तरदायित्व होगा।
उपस्थिति लगाकर कार्य बहिष्कार करने वालों में शिवनारायण सिंह, राजेन्द्र तेश्वर, दीपक धवन, महेश कुमार, राकेश भँवर, मूलचंद चौधरी, शीशपाल, बद्री प्रसाद, खुशाल मणि, अजय, रानी, संतोष कुमारी, सुदेश, अनिता, ममता, रजनी, पूनम, मुकेश, सुखपाल सिंह सैनी, पप्पू सैनी, अवनीश, पवन, सुरेश, दुर्गा, पंकज, कमल, कामेंद्र, अर्जुन सिंह, धर्म सिंह, दिनेश लखेड़ा ने कार्य बहिष्कार किया।