विक्रम भुल्लर ने प्रेस वार्ता कर दिया मातृ सदन के आरोपों का जवाब, मातृ सदन के व्यवहार को बताया संत परंपरा और सामाजिक मर्यादाओं का अपमान

हरिद्वार। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विक्रम भुल्लर ने कहा कि एक संत द्वारा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों पर की गई अभद्र टिप्पणियों और झूठे आरोपों से वे आहत हैं। संत का आचरण समाज को प्रेरित करने वाला होना चाहिए। मुख्यमंत्री, सांसद, साधु-संतों, अधिकारियों और जनता तक को अपमानजनक शब्दों से संबोधित करना, संत परंपरा और सामाजिक मर्यादा दोनों का अपमान है।

प्रैस क्लब में पत्रकारवार्ता के दौरान विक्रम भुल्लर ने कहा कि संत को अपनी अमर्यादित भाषा और झूठे आरोपों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। यदि वह गंगा के लिए सच में चिंतित हैं, तो उन्हें ठोस और वैज्ञानिक समाधान प्रस्तुत करना चाहिए, न कि अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर और अराजकता फैलाकर खुद को महिमामंडित करना। विक्रम भुल्लर ने कहा कि वे किसी भी कानूनी नोटिस या झूठे आरोपों से डरने वाले नहीं है। नोटिस का कानूनी और तथ्यात्मक जवाब दिया जाएगा और जनता के सामने वास्तविकता को उजागर करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी प्रतिबद्धता समाज और पार्टी की मर्यादा की रक्षा के प्रति अटूट है। हरिद्वार की जनता से भी अपील करता हैं कि वे ऐसे लोगों से सतर्क रहें, जो गंगा संरक्षण की आड़ में केवल भ्रम, झूठ और अराजकता फैला रहे हैं।

भाजपा की सरकार में नित्य नए-नए प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। हरिद्वार में रिंग रोड नजीबाबाद हाईवे, राजकीय मेडिकल कॉलेज के साथ तमाम विकास कार्य चल रहे हैं। आम जनों के घर भी बना रहे हैं। इन सभी विकास कार्यों में खनिज सामग्री की आवश्यकता होती है। विरोध के चलते हुए पहले दिल्ली देहरादून हरिद्वार हाईवे का काम लेट हुआ था। इन सभी विकास कार्यों के लिए सामग्री कहां से आए। गंगा नदी में बीच में सिल्ट जमा हो गई है। एक तरफ पानी की धारा चलकर किसानों की भूमि का कटाव कर रही है। लेकिन कुछ लोगो को यह सभी अवैध खनन दिखता है। आज अवैध खनन से भरी सामग्री के वाहन सड़क पर आ ही नहीं सकता। हर सड़क पर कंपनी के बैरियर लगे हुए हैं। जोकि सभी वाहनों के रॉयल्टी के रवन्ने चेक करके ही निकलने देते हैं। उनका चैलेंज है कि कोई भी व्यक्ति बिना रॉयल्टी के किसी वाहन को पकड़ कर दिखा दे।

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