23 वीं स्कवे मार्शल आर्ट राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता शुरू…

हरिद्वार। उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि उत्तराखंड में खेलों के विकास के लिए स्पोर्टस डेवलपमेंट फंड (खेल विकास कोष) का गठन किया जाएगा। ताकि सुविधाओं से वंछित प्रतिभावान और दिव्यांग खिलाडियों को आर्थिक रूप से मदद कर अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर दिया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में राज्य सरकार खेल विश्वविद्यालय खोलने पर गंभीरता से विचार कर रही है।

वे आज कोर विश्वविद्यालय के वर्धमान ऑडिटोरियम में 23 वीं स्कवे मार्शल आर्ट राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी। समारोह की अध्यक्षता कोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जे.सी. जैन ने की। विशिष्ट अतिथि स्कवे मार्शल आर्ट फैडरेशन इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण सिंह कुशवाह, राष्ट्रीय सचिव काशीनाथ नायक और भाजपा के रूड़की के जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति थे। प्रवीण सिंह कुशवाह ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. राधिका नागरथ ने किया। कार्यक्रम की मुख्य संयोजक आरती सैनी ने सभी अतिथियों का आभार जताया।
स्कवे उत्तराखंड के सचिव दुष्यंत सैनी ने स्कवे मार्शल आर्ट खेल के बारे में जानकारी दी। 1 फरवरी से 3 फरवरी तक चलने वाली तीन दिवसीय इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन स्कवे मार्शल आर्ट फैडरेशन इंडिया द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि रेखा आर्य ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। कस्तूरबा गांधी स्कूल रानीमाजरा की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि 2024 में उत्तराखंड सरकार 38वें राष्ट्रीय खेल का आयोजन धूमधाम से करेगी। उन्होंने कहा कि आज जीवन में खेलों का विशेष महत्व है। उत्तराखंड की हाॅकी खिलाडी वंदना कटारिया और क्रिकेट खिलाड़ी ऋषभ पंत तथा कई अन्य खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर देश और उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। उत्तराखंड में खिलाड़ियों का भविष्य बहुत उज्जवल और सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार खेलों के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खेलों के विकास के लिए नौकरियों में चार फीसद आरक्षण की व्यवस्था की है। साथ ही खिलाडियों का भोजन भत्ता 175 रूपये से बढ़ाकर 250 रूपये कर दिया गया है। जिसमें हर वर्ष दस फीसद की बढ़ोतरी होती रहेगी। उन्होंने कहा कि बच्चे मोबाईल में अपना समय बर्बाद न कर खेल और पढ़ाई की ओर ज्यादा ध्यान दें।

आर्य ने कहा कि मार्शल आर्ट खेल जहां अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं वहीं वे बच्चों और युवाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाते है, साथ ही आत्म सुरक्षा का भाव पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि खेलों से बच्चे अनुशासित होते है और आगे चलकर वे अच्छे नागरिक बनते है। उन्होंने कहा कि खेल आत्मरक्षा, व्यायाम, ध्यान और दर्शन से बच्चों को जोड़ती है। उन्होंने खिलाडियों को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जे.सी. जैन ने कहा कि खेल राष्ट्रीय एकता और अखंडता को और अधिक सुदृढ़ करने का सबसे अच्छा माध्यम है।
कार्यक्रम की मुख्य संयोजक आरती सैनी और संयोजक दुष्यंत सैनी ने बताया कि इस राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पूरे देश के 27 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से 500 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। जो खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में विजय हासिल करेंगे उनका चयन करके उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा। प्रतियोगिता का समापन 3 फरवरी को उत्तराखंड के ऊर्जा मंत्री सुबोध उनियाल करेंगे। कार्यक्रम में स्कवे मार्शल आर्ट के ग्रैंड मास्टर एम.डी. सेल्वम, डाॅ. रजत सहगल, नितिन राणा, अंशुमन सिंह, शशांक सैनी, अमित सैनी आदि उपस्थित थे।

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