श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी उत्तराखंड भ्रमण के प्रथम चरण में पूजा-अर्चना के लिए पहुंची गंगोत्री धाम…

उत्तराखण्ड / सुमित यशकल्याण।

हरिद्वार। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी आज उत्तराखंड भ्रमण के प्रथम चरण में पूजा-अर्चना के लिए गंगोत्री धाम पहुंची। कल बुधवार को पवित्र छड़ी के उत्तरकाशी पहुंचने पर जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम चतर सिंह चौहान, तहसीलदार रूपसिंह, पटवारी दशरथ प्रसाद नौटियाल ने छड़ी के प्रमुख महंत श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, सुमेरु पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती, श्रीमहंत पुष्कर राज गिरी, श्रीमहंत शिवदत्त गिरि, श्रीमहंत विशंभर भारती, श्रीमहंत पशुपति गिरी, श्रीमंहत कुश पुरी, थाना पति महंत वशिष्ठ गिरि, महंत हीरा भारती, महंत अमृत पुरी, महंत रतन गिरी, महंत राज गिरी, महंत आकाश गिरी, महंत आदित्य गिरी आदि के साथ आए नागा सन्यासियों के जत्थे का स्वागत किया।

पवित्र छड़ी को उत्तरकाशी के प्रमुख बाजारों से परिक्रमा कराते हुए हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ गंगोत्री में स्नान करा कर तथा पूजा-अर्चना के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर में लाया गया, जहां तीर्थ पुरोहितों ने पवित्र छड़ी की पूजा-अर्चना के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक किया। श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज ने उत्तरकाशी का पौराणिक इतिहास बताते हुए का वैदिक काल में काशी को शाप मिला था कि कलयुग में यवनों के संताप से काशी अपवित्र हो जाएगी, तब देवताओं और मुनियों ने भगवान शिव से उनकी उपासना का स्थल पूछा था भगवान शिव ने बताया कि वह काशी सहित सभी तीर्थों के साथ हिमालय में निवास करेंगे। इसी कारण वरनावृत्त पर्वत पर अस्सी और भागीरथी संगम देवताओं द्वारा उत्तरकाशी बसाई गई। वर्तमान में उत्तरकाशी में वे सभी मंदिर एवं घाट स्थित है जो वाराणसी में स्थित है। उत्तर काशी में विश्वनाथ मंदिर भगवान परशुराम ने बनाया था।पुराणों में इसे सौम्य काशी भी कहा गया है।

आज पवित्र छड़ी लेकर श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज के नेतृत्व में नागा संन्यासी गंगोत्री धाम पहुंचे, जहां श्री पाँच मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल, सदस्य सूर्य प्रकाश सेमवाल, गंगोत्री मंदिर के प्रभारी अमित सेमवाल ने पवित्र छड़ी का गंगा मंदिर में अभिषेक किया, माता के दर्शन करा कर माता का पवित्र छड़ी में आहवान किया। अध्यक्ष हरीश ने साधु-संतों का स्वागत करते हुए कहा कि इस पवित्र उद्देश्य को लेकर पवित्र छड़ी का उत्तराखंड भ्रमण किया जा रहा है वह अत्यंत पावन पवित्र है, निश्चित रूप से अपने उद्देश्य में सफल होगी और उत्तराखंड से पलायन रुकेगा, आर्थिक विकास होगा, तीर्थाटन को बढ़ावा मिलेगा और उत्तराखंड पूरे भारत का श्रेष्ठ राज्य बनेगा। मंदिर समिति की ओर से सभी नागा सन्यासियों का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। गंगोत्री धाम के दर्शन के पश्चात रात्रि विश्राम के लिए पायलट बाबा आश्रम पहुंची जहां महंत चेतन गिरी ने सभी का भव्य स्वागत किया।

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