सेना द्वारा हटाए जा रहे प्राचीन मंदिर पर अखाड़ा परिषद का विरोध, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले, पढ़ें
हरिद्वार/ गोपाल रावत
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधिमण्डल राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि तथा राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व में केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भेंट कर प्रयागराज में बाॅधा के उपर स्थित सभी प्राचीन व पौराणिक धर्मस्थलों को संरक्षित किए जाने की मांग की। श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने रक्षामंत्री से अनुरोध किया कि संगम स्थित बांध पर कई सौ वर्ष पुराने मठ-मन्दिर है जो कि उचित रख-रखाव के अभाव में जीर्ण-शीर्ण होते जा रहे है। इसके अतिरिक्त सेना द्वारा मन्दिरों को हटाया जा रहा है। उन्होने कहा कि इस पर रोक लगाते हुए प्राचीन मन्दिरों को सरकार द्वारा संरक्षण दिया जाना चाहिए,ताकि हमारी विरासत कायम रहे। श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि ने मांग की कि इन मन्दिरों को संरक्षित कर प्रयागराज कुम्भ मेला प्राधिकरण को सौंप दिया जाए तथा इनकी देख-रेख व व्यवस्था के लिए संतो की एक समिति बनायी जाए ताकि सनातन परम्परा के अनुरूप् पौराणिक तीर्थस्थलों की मर्यादा बनायी रखी जाये। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संतो को आश्वासन दिया कि रक्षा मंत्रालय द्वारा इस सन्दर्भ में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी तथा सेना द्वारा मन्दिरों को हटाए जाने की कार्यवाही की उच्च न्यायालय के आदेशों के परिपेक्ष्य में समीक्षा कर अगामी कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा मन्दिरों के संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री योग आदित्यनाथ महाराज से भी अनुरोध किया जायेगा।
जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि प्रतिनिधिमण्डल ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को इस सन्दर्भ में ज्ञापन भी दिया है। शीघ्र ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी अखाड़ा परिषद का प्रतिनिधिमण्डल मिलेगा तथा पौराणिक मन्दिरों को संरक्षित किये जाने की मांग करेगा। जूना अखाड़े के राष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज ने संत समाज की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अभिनन्दन किया तथा वैश्विक महामारी कोरोना से विश्व तथा राष्ट्र को मुक्ति दिलाए जाने की कामना के साथ आर्शीवाद दिया।