नवरात्रों में दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करें -कथा व्यास पवन कृष्ण शास्त्री।
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वाधान में श्री परशुराम घाट पर आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा के पंचम दिवस की कथा का श्रवण कराते हुए कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया मां भगवती दुर्गा को नवरात्रि के समय पर प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक देवी भक्तों को अपने घरों में दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करना चाहिए। शास्त्री ने बताया कि दुर्गा सप्तशती में 13 अध्याय है। जिसमें 700 श्लोकों के माध्यम से मां दुर्गा की आराधना की जाती है। इन 13 अध्यायों में मां दुर्गा के तीन चरित्रों के बारे में बताया गया है। इन चरित्रों को प्रथम, मध्यम और उत्तम के नाम से जानते हैं। नवरात्र में घर में कलश स्थापना करने वाले श्रद्धालुओं को दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करना चाहिए। दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय तन के साथ-साथ मन भी साफ होना चाहिए।
श्रीमद् देवी भागवत कथा के पंचम दिवस के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने व्यासपीठ का पूजन करते हुए बताया कि श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक द्वारा समाज को शास्त्र एवं शस्त्र का ज्ञान दिया जाना बहुत ही सराहनीय कार्य है। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी प्र्रबोधानंद गिरी महाराज ने अंकिता भंडारी के दोषियों को जल्दी से जल्दी फांसी की सजा दिए जाने की मांग भी की।
श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि अखाड़ा दुख की इस घड़ी में अंकिता भंडारी के परिवार साथ है एवं परिवार की हर प्रकार की सहायता देने के लिए सदैव तैयार है।
इस अवसर पर राम कुमार, रविकांत शर्मा, कमल सारस्वत, संजय सहगल, राकेश कुमार, यशपाल शर्मा, विष्णु शर्मा, अरुणा शर्मा, सार्थक शर्मा, पंडित सतीश तिवारी, पंडित मोहित सेमवाल, पंडित आकाश बर्तवाल, रामकुमार शर्मा, अनूप शर्मा, पंडित गिरीश आचार्य, सोनू, कुलदीप शर्मा, हर्ष पंडित आदि ने मां भगवती का पूजन किया।