ऑनलाइन श्राद्ध, पिंडदान कराने वालों पर अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा करेगी कानूनी कार्यवाही- श्रीकांत वशिष्ठ,
हरिद्वार/ सुमित यशकल्याण
हरिद्वार। ऑनलाइन पिंड श्राद्ध तर्पण शास्त्र सम्मत नहीं ऐसा कार्य करने वालों एवं कराने वालों के खिलाफ अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा रजिस्टर्ड कानूनी कार्रवाई करेगी, उक्त विचार अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा रजिस्टर्ड के राष्ट्रीय वरिष्ठ महामंत्री श्रीकांत वशिष्ठ ने व्यक्त किए, वशिष्ठ ने कहा कि पितरों के लिए साक्षात स्वयं उपस्थित रहकर ही किए गए पिंडदान पितरों को स्वीकार होते हैं उन्होंने कहा कि कुछ लोग व संस्थायें धन उपार्जन करने के लालच में शास्त्रों एवं परंपराओं के विपरीत कार्य कर हिंदू धर्म की मर्यादाओं को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं जो कि कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा .हिंदू धर्म के अनुसार प्रत्येक वर्ष श्राद्ध पक्ष में पूर्णिमा ,प्रतिपदा से अमावस्या तक श्राद्ध कर्म करने का विधान शास्त्रों में वर्णित है तथा श्राद्ध तर्पण आदि स्वयं उपस्थित होकर दक्षिणा भी मुख बैठकर बाएं हाथ में यज्ञ पवित्र धारण कर पितरों को पुत्र पौत्र द्वारा तर्पण पिंडदान करने से ही पितरों का आशीर्वाद फल प्राप्त होता है पितरों की कृपा से ही परिवार में धन संतान यश की वृद्धि होती है.अतःसभी हिन्दू सनातनी इस तरह के लोगो के झान्से मे ना आये, .